
खबर अभी अभी ब्यूरो सोलन

इटरनल यूनिवर्सिटी बरु साहिब में महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष कार्यक्रम सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस विभाग आयोजित किया गया I एसएसएएम टेलीसिस के संस्थापक अभय अग्रवाल जो विशेष रूप से इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित थे उन्हीने अपनी प्रेजेंटेशन में बताया की प्रतिभागियों को उनके विकास और सफलता को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन की गई गतिविधियों और अवसरों की व्यापक श्रृंखला तक पहुंच प्राप्त होगी और उन्हीने स्थायी समाज बनाने के लिए प्रेरित करने के लिए ‘खाद्य और कृषि उत्कृष्टता केंद्र’ पर भी अपनी दूरदर्शी अंतर्दृष्टि साझा की।

महिला उद्यमिता विकास पहल का उद्देश्य इच्छुक उद्यमियों को उनकी उद्यमशीलता की भावना को विकसित करने के लिए आवश्यक सहायता और संसाधन प्रदान करना है। भारत में केवल 6% महिलाएं भारतीय स्टार्टअप्स की संस्थापक हैं एवं केवल 20% उद्यम महिलाओं के स्वामित्व वाले हैं I महिला सशक्तीकरण हेतु किये गए तमाम प्रयासों के बाद भी, महिलाओं को जीवन एवं कार्य के सभी क्षेत्रों में निर्विवाद रूप से संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है और अभी भी पितृसत्ता खत्म नहीं हो सकी है। यह व्यापक रूप से स्वीकार किया जाता है की भारत को $5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनने के लिये, महिलाओं द्वारा उद्यमिता को इसके आर्थिक विकास में एक बड़ी भूमिका निभानी चाहिये। भारत का लिंग संतुलन दुनिया में सबसे कम है और इसे सुधारना न केवल लैंगिक समानता के लिये बल्कि पूरी अर्थव्यवस्था के लिये महत्त्वपूर्ण है।

इस ज्ञानवर्धक कार्यक्रम में डॉ. खेम सिंह गिल अकाल कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर, इटरनल यूनिवर्सिटी के यूजी, पीजी और पीएचडी छात्रों ने भाग लिया। “द कलगीधर ट्रस्ट के अध्यक्ष माननीय डॉ. दविंदर सिंह जी ने भी अपने विचार साझा किए और छात्रों को इस प्रेरक कैरियर अवसर के लिए प्रोत्साहित किया। इस मौके पर कलगीधर ट्रस्ट की मुख्य एडवाइजर डॉ नीलम कौर ने भी विशेष रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज़ की I





