
#खबर अभी अभी शिमला ब्यूरो*
11 अप्रैल 2024
हिमाचल प्रदेश में होने जा रहे लोकसभा चुनाव में कांग्रेस दशकों बाद एक साथ तीन लोकसभा सीटों में युवा प्रत्याशियों पर दांव खेलने को तैयार है। मंडी से विक्रमादित्य सिंह, शिमला से विनोद सुल्तानपुरी और हमीरपुर से सतपाल रायजादा को उम्मीदवार बनाया जा रहा है। वरिष्ठ नेताओं चौधरी चंद्र कुमार, धनीराम शांडिल और रामलाल ठाकुर की जगह इस बार नए चेहरों को उतारकर कांग्रेस नई रणनीति पर काम कर रही है। पूर्व के लोकसभा चुनावों में प्रदेश की चार सीटों में से एक ही सीट पर युवा नेता को टिकट दिया जाता था।
वर्ष 2009 तक हुए लोकसभा चुनावों में कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेताओं को ही चुनाव मैदान में उतारने के लिए तरजीह देती आई है। इसके बाद 2014 और 2019 में हुए आम चुनावों में कांग्रेस ने पुरानी रीत को बदलते हुए एक सीट पर युवाओं को उम्मीदवार बनाने का प्रयोग किया हालांकि, कांग्रेस इसमें सफल नहीं रही। 2014 के चुनाव में शिमला से मोहनलाल बाक्टा, हमीरपुर से राजेंद्र राणा और 2019 में कांगड़ा से पवन काजल पर कांग्रेस ने दाव खेला था लेकिन ये प्रत्याशी भी जीत दर्ज नहीं कर सके। वर्ष 2009 तक के चुनावों में कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेताओं को अधिमान देती रही, इसके बाद कुछ प्रयोग शुरू हुए पर सफलता नहीं मिली।
भाजपा की ओर से बीते कुछ चुनावों से युवा प्रत्याशियों को ही आगे लाया जा रहा है। अब इसी तर्ज पर कांग्रेस ने भी अपनी रणनीति को बदलने का फैसला लिया है। प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन का नारा देने वाले मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने नई पौध को आगे लाने के लिए पार्टी हाईकमान को विश्वास में लेते हुए नया प्रयोग करने को सहमत कर लिया है। इसी कड़ी में इस बार के लोकसभा चुनाव में तीन संसदीय सीटों से युवा नेताओं पर दांव खेलने का फैसला लिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन में इन युवाओं को चुनाव प्रचार में उतारकर भाजपा को कड़ा मुकावले देने की रणनीति बनाई गई।





