कुनिहार:-
कुनिहार पँचायत के बझोल घाटी गौशाला में पहली बार गौसेवा समिति द्वारा 7 दिवसीय गौकथा चली हुई है जिसे कथा वाचक नागेश कपिल धुन्धन वाले अपनी मधुर वाणी से श्रोताओं को सुना रहे हैं। आज कथा के तीसरे दिन कथा वाचक ने श्री कृष्ण व गौवंस के प्रेम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण को गौवंस से विशेष प्रेम था और भगवान श्री कृष्ण अधिकतर समय गौवंस के साथ रहते थे और गाय के दूध से बना माखन उन्हें बहुत पसन्द था। कथा वाचक ने स्रोताओं को उपदेश देते हुए कहा कि गाय की सेवा हमे केवल अपने लाभ के लिए नही करनी चाहिए बल्कि गाय की सेवा में सेवा भाव होना चाहिए। जो मनुष्य सेवा भाव से गाय की सेवा करता है उसके घर मे सुख समृद्धि सदा वास करती है। उन्होंने कहा कि आज का मनुष्य आधुनिक चकाचौंध में डूबता जा रहा है और अपने धार्मिक व सांस्कृतिक कर्तव्यों को भूलता जा रहा है जो मनुष्य के पतन का कारण है। कथा के दौरान सुंदर भजनों का आनन्द भी श्रोता ले रहे है। समिति द्वारा लोगो को कथा स्थल तज लाने ले जाने की व्यवस्था भी की गई है। कथा के बाद प्रतिदिन भण्डारे का आयोजन भी आयोजको द्वारा किया गया है। इस अवसर पर देशराज पूरी ,रितु, विजय,जॉनी,प्रणव पूरी,मनी झांझी,बंटी, लवली,स्याम लाल,संजय,अंकु ,मुकेश,गोपाल सहित काफी संख्या में स्रोतों मौजूद रहे।