बददी : संयुक्त निदेशक अंशुल धीमान ने डाला योजनाओं पर प्रकाश बीबीएनआई सभागार में स्मार्ट एम.एस.एम.ई कार्यशाला का आयोजन

बददी : भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय ने हिमाचल प्रदेश सरकार एवं उद्योग विभाग हिमाचल प्रदेश के द्वारा सैल-समार्ट एमएसएमई के सहयोग से बीबीएनआईए हॉल, झाड़माजरी में एक स्मार्ट एमएसएमई कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में क्षेत्र के 30 से अधिक उद्यमियों एवं उद्योग प्रतिनिधियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य माइक्रो, लघु एवं मध्यम उद्यमों को समार्ट एम.एस.एम.ई योजना के अंतर्गत उपलब्ध विभिन्न सुविधाओं, डिजिटल परिवर्तन, क्षमता निर्माण, क्लस्टर विकास, ग्रीन एम.एस.एम.ई पहल एवं सरकारी सहायता योजनाओं की जानकारी प्रदान करना था। कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों को यह भी बताया गया कि इन पहलों के माध्यम से उद्योगों की उत्पादकता, प्रतिस्पर्धात्मकता एवं दीर्घकालिक स्थिरता कैसे बढ़ाई जा सकती है। इस अवसर पर जिला उद्योग केंद्र (डी.आई.सी) बददी से संयुक्त निदेशक अंशुल धीमान सहित विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित रहे। उनकी उपस्थिति एवं मार्गदर्शन ने कार्यक्रम को और अधिक प्रभावी एवं उपयोगी बनाया। बहुत से उद्यमियों ने इस कार्यशाला में भाग लिया और विचार रखे। इसके अलावा लघु उद्योग संघ के राज्य प्रधान अशोक राणा ने सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों से जुडे कई मुददे प्रमुखता से उठाए और उनका निराकरण करने का आग्रह किया। बीबीएनआईए के सीईओ राजीव सत्या ने भी लघु उद्योगों को और ज्यादा सहूलियतें देने की मांग उठाई ताकि पूरे हिमाचल में इस सैक्टर का उत्थान हो सके। सैल-समार्ट एम.एस.एम.ई टीम ने सभी प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि इस तरह की कार्यशालाएँ लघु उद्योग क्षेत्र को सशक्त, तकनीकी रूप से उन्नत और भविष्य के उद्योग मॉडल से जोडऩे का महत्वपूर्ण माध्यम हैं। टीम ने बीबीएनआईए एवं जिला उद्योग केंद्र बददी को इस सफल आयोजन में सहयोग प्रदान किया।
कैपशन-बीबीएनआईए सभागार में एमएसएमई कार्यशाला में उपस्थित उद्यमी।

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