
शिमला/कुल्लू | पर्यटन नगरी मनाली सहित लाहुल घाटी में गुरुवार को भी दिनभर बादल छाए रहे। बीते कुछ दिनों से घाटी में मौसम का मिजाज बदला हुआ है, लेकिन बर्फबारी फिलहाल ऊंची चोटियों तक जहां पहले सीमित रह गई थी, वह भी अब न के बराबर है। इससे स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को भी निराशा हाथ लगी है, जो लंबे समय से मनाली और लाहुल में बर्फबारी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। गत सोमवार को जहां बारालाचा, शिंकुला दर्रे और रोहतांग के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्का हिमपात दर्ज किया गया। रोहतांग दर्रे में भी बर्फ के फाहे गिरे, लेकिन यह हिमपात नाममात्र रहा।
घाटी के निचले क्षेत्रों में बर्फ नहीं पडऩे से पर्यटन से जुड़े लोगों की उम्मीदें भी फिलहाल अधूरी रह गई हैं। घाटी में लोग आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए हैं कि कब मनाली-लाहुल की वादियां बर्फ की सफेद चादर ओढ़ें। ऐसे में बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों की संख्या भी बढऩे लगी है। वहीं मनाली-रोहतांग सडक़ पर यातायात की भीड़ और ट्रैफिक की समस्या बनी हुई है।
अटल टनल से भी आर पार हो रहे हजारों वाहन
मनाली डीएसपी केडी शर्मा की माने तो हर हर बाहरी राज्यों से काफी संख्या में सैलानियों के पहुंच रहे हैं। गुरुवार को भी मनाली में 1000 से अधिक वाहन मनाली पहुंचे हैं। इसके अलावा 40 बसें भी सैलानियों की मनाली पहुंची हैं। अटल टनल से मनाली की ओर 3189 वाहन निकलें। जबकि अटल टनल से लाहुल की और 3305 वाहन गए हैं।





