
#खबर अभी अभी मंड़ी ब्यूरो*
2 नवम्बर 2024
वल्लभ राजकीय महाविद्यालय मंडी में सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में आयोजित की गई। सरदार पटेल जयंती पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर सुरीना शर्मा ने की। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या ने एनसीसी कैडेटों व राष्ट्रीय सेवा योजना स्वयंसेवियों व महाविद्यालय के स्टाफ को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई।
महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर सुरीना शर्मा ने कहा –
सरदार वल्लभभाई पटेल का राष्ट्र निर्माण में योगदान अतुलनीय है। उन्हें स्वतंत्र भारत का “लौह पुरुष” कहा जाता है क्योंकि उन्होंने भारत को एकीकृत और संगठित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई फ्लाइंग ऑफिसर डॉ चमन ने कहा – सरदार पटेल का राष्ट्र निर्माण में योगदान असाधारण और प्रेरणादायक है। उनकी दूरदर्शिता, दृढ़ निश्चय, और निष्ठा ने भारत को एकता के सूत्र में बांधकर राष्ट्र निर्माण की नींव रखी, जिसके कारण आज भारत एक सशक्त और संगठित राष्ट्र के रूप में उभर सका है।
फ्लाइंग डॉ चमन कहा-
भारत की स्वतंत्रता के समय, देश में सरदार पटेल ने दृढ़ निश्चय और कूटनीति के साथ 562 रियासतों को भारत संघ में शामिल किया। उनकी रणनीति और कुशल नेतृत्व से अधिकांश रियासतों ने स्वेच्छा से भारत में विलय स्वीकार कर लिया।
पटेल ने जोधपुर, हैदराबाद, जूनागढ़, और कश्मीर जैसी रियासतों के भारत में विलय के लिए बहुत ही सूझ-बूझ, कूटनीति और साहस का परिचय दिया। इन रियासतों के साथ जटिल समस्याएँ थीं, लेकिन पटेल ने उन्हें अपने संकल्प और कुशल नीति से हल किया।
फ्लाइंग ऑफिसर डॉ चमन ने कहा – सरदार पटेल ने एकता और अखंडता के महत्व को समझा और विभिन्न जातियों, भाषाओं, और संस्कृतियों को एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया। उन्होंने राज्यों के पुनर्गठन की नींव रखी, जिससे भारत का नक्शा वर्तमान स्वरूप में आकार ले सका। संविधान निर्माण व 562 रियासतों के विलय करने में डॉ बी आर अम्बेडकर व सरदार पटेल की महत्वपूर्ण भूमिका को राष्ट्र सदैव स्मरण रखेगा। सरदार पटेल ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) की स्थापना की। उनका मानना था कि एक मजबूत और निष्पक्ष प्रशासनिक प्रणाली ही देश को सशक्त बना सकती है। उनकी नीति ने भारतीय नौकरशाही को मजबूत बनाया और देश के प्रशासनिक ढांचे को स्थिरता प्रदान की।
गृह मंत्री के रूप में उन्होंने कानून व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया। स्वतंत्रता के बाद के समय में सामाजिक और राजनीतिक स्थिरता बनाए रखने के लिए उन्होंने पुलिस और सैन्य व्यवस्था को मजबूत किया, जिससे देश के विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ। इस अवसर पर वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ रविंद्र कुमार, फ्लाइंग ऑफिसर डॉ चमन, राष्ट्रीय सेवा योजना अधिकारी सहायक प्रोफेसर सूरजमणी, एनसीसी वायु सेना विंग से कैडेट आकांक्षा, कैडेट मृदुल, कैडेट मनदीप सिंह, एनसीसी आर्मी विंग से अंडर ऑफिसर आरती, कैडेट पूजा, कैडेट समीक्षा, कैडेट पीयूष व राष्ट्रीय सेवा योजना से पूजा सहित वल्लभ राजकीय महाविद्यालय के विद्यार्थी , शिक्षक वर्ग व गैर शिक्षक वर्ग ने भाग लिया।





