

#खबर अभी अभी सोलन ब्यूरो*
13 दिसम्बर 2024
शूलिनी विश्वविद्यालय के साहित्यिक क्लब बज़्म-ए-काव्या ने महाकवि सुब्रमण्यम भारती को सम्मानित करने और भारत की भाषाई और साहित्यिक विरासत का जश्न मनाने के लिए सिनेप्लेक्स में भारतीय भाषा उत्सव कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में 14 प्रतिभागी, दो जज और 10 संकाय सदस्य शामिल थे। कार्यक्रम की शुरुआत अदिति जमदग्नि के नेतृत्व में दीप प्रज्ज्वलन समारोह के साथ हुई। बज़्म-ए-काव्या के अध्यक्ष अरीब आफताब ने दर्शकों का स्वागत किया और प्रतियोगिता के नियमों से परिचित कराया।
प्रतिभागियों ने विभिन्न भाषाओं में कविताएँ प्रस्तुत कीं, नमिता सैनी ने दिल छू लेने वाली प्रस्तुति दी, जो दर्शकों को बहुत पसंद आई। बज़्म-ए-काव्या की सचिव आशी शर्मा ने मार्मिक कविता के साथ प्रतियोगिता का समापन किया। निर्णायक डॉ. तेज नाथ धर और प्रियंका ठाकुर ने प्रदर्शन का मूल्यांकन किया। प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करने के लिए डॉ. पूर्णिमा बाली, डॉ. एकता सिंह, डॉ. प्रकाश चंद,हेमंत कुमार शर्मा, डॉ. कमल गौतम, डॉ. बाबू सुंदरम और प्रोफेसर नीरज गंडोत्रा सहित संकाय सदस्य उपस्थित थे।
शूलिनी विश्वविद्यालय के चांसलर प्रोफेसर पी के खोसला ने साहित्यिक प्रतिभा और सांस्कृतिक प्रशंसा को बढ़ावा देने के लिए बज्म-ए-काव्या की प्रशंसा की। उन्होंने भाषाई विविधता को बढ़ावा देने में ऐसी पहलों के महत्व पर प्रकाश डाला। नतीजों की घोषणा डॉ. तेज नाथ धर ने की। राफिया अमन (बीबीए द्वितीय वर्ष) ने प्रथम स्थान हासिल किया, जबकि उज्जवल कुमार (बी.फार्मा द्वितीय वर्ष) ने उपविजेता का स्थान हासिल किया। प्रोफेसर खोसला ने विजेताओं को ट्रॉफी और सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए। संकाय सदस्यों को उनके योगदान के लिए प्रशंसा प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए।



