सांसद सुरेश कश्यप ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से की शिष्टाचार भेंट, जन्मदिवस पर दी शुभकामनाएँ

शिमला: भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने आज नई दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, भारत सरकार, माननीय जगत प्रकाश नड्डा से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर सांसद सुरेश कश्यप ने माननीय नड्डा को उनके जन्मदिवस के अवसर पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ प्रेषित करते हुए उनके दीर्घ, स्वस्थ एवं यशस्वी जीवन की कामना की।

सांसद कश्यप ने कहा कि “माननीय नड्डा का नेतृत्व, संगठन क्षमता और जनसेवा के प्रति समर्पण हम सभी कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणास्रोत है। संगठन को मजबूती देने और देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाने में उनका योगदान अतुलनीय एवं अनुकरणीय है।” भेंट के दौरान संगठनात्मक गतिविधियों, केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं तथा हिमाचल प्रदेश के विकास से जुड़े विषयों पर भी सार्थक चर्चा हुई।

इसी क्रम में सांसद सुरेश कश्यप ने लोकसभा में आज पूछे गए अतारांकित प्रश्न संख्या–6 के उत्तर का उल्लेख करते हुए बताया कि केंद्र सरकार देश में कौशल विकास को सुदृढ़ करने के लिए आईटीआई (ITI) और एनएसटीआई (NSTI) संस्थानों का तेज़ी से आधुनिकीकरण कर रही है। वर्तमान में देश भर में 14,682 आईटीआई, 33 एनएसटीआई तथा 120 आईटीओटी संस्थान संचालित हैं, जो युवाओं को भविष्य की तकनीक-आधारित प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं।

सरकार द्वारा युवाओं को बदलते तकनीकी युग के अनुरूप सक्षम बनाने के उद्देश्य से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), ड्रोन टेक्नोलॉजी, 3D प्रिंटिंग, सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) मैकेनिक सहित 31 नए भविष्य उन्मुख पाठ्यक्रम प्रारंभ किए गए हैं। इसके साथ ही डिजिटल डिज़ाइन की क्षमता को बढ़ाने के लिए Autodesk कंपनी के साथ साझेदारी भी की गई है, जिससे युवाओं को आधुनिक सॉफ्टवेयर एवं तकनीकी दक्षता का लाभ मिल रहा है।

हिमाचल प्रदेश के लिए विशेष लाभ

सांसद सुरेश कश्यप ने बताया कि पिछले तीन वर्षों में हिमाचल प्रदेश में 64,863 युवाओं ने आईटीआई में नामांकन लिया है, जो प्रदेश के युवाओं में तकनीकी शिक्षा के प्रति बढ़ते रुझान को दर्शाता है। नए तकनीकी पाठ्यक्रमों के माध्यम से प्रदेश के युवाओं को पर्यटन, ऊर्जा, निर्माण, इलेक्ट्रॉनिक्स और सेवा क्षेत्र में बड़े स्तर पर रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।

उन्होंने विशेष रूप से कहा कि ड्रोन टेक्नोलॉजी, ग्रीन हाइड्रोजन और स्मॉल हाइड्रो पावर जैसे कोर्स पहाड़ी क्षेत्रों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होंगे, जिससे हिमाचल जैसे पर्वतीय राज्य में स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा और पलायन पर भी अंकुश लगेगा।

सांसद सुरेश कश्यप ने कहा—
“कौशल विकास के क्षेत्र में केंद्र सरकार की दूरदर्शी पहल हिमाचल के युवाओं को नई तकनीकी क्रांति से जोड़ने का सशक्त माध्यम बन रही है। इससे प्रदेश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिलेगा। मैं निरंतर यह प्रयास कर रहा हूँ कि भविष्य में हिमाचल प्रदेश में और अधिक कौशल प्रशिक्षण संस्थान स्थापित हों, ताकि हमारे युवाओं को प्रदेश में ही बेहतर प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकें।”

Share the news