
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार कर रही है और यह प्रयास आगे भी जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश की संपदा को लुटाया और विधानसभा चुनाव जीतने के लिए 5000 करोड़ रुपए की चुनावी रेवड़ियां बांट दीं। उन्होंने नए संस्थान खोल दिए, लेकिन स्टॉफ व उचित सुविधाएं उपलब्ध न करवा कर प्रदेशवासियों को धोखा दिया। उन्होंने प्रदेश में शिक्षा के स्तर में गिरावट के लिए पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को जिम्मेदार ठहराया। पिछली सरकार प्रदेश पर 75 हजार करोड़ रुपए का कर्ज छोड़ कर गई, क्योंकि वह राजनीतिक लाभ के लिए काम करती रही जबकि वर्तमान कांग्रेस सरकार जन कल्याण के लिए काम कर रही है।
हम नए शिक्षण संस्थान नहीं खोल रहे, स्कूलों में कर रहे अध्यापकों की नियुक्तियां
बुधवार को बंजार के दौरे पर आए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शाईरोपा में ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हम नए शिक्षण संस्थान नहीं खोल रहे, बल्कि स्कूलों में अध्यापकों की नियुक्तियां कर रहे हैं और सुविधाएं जुटा रहे हैं ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके। सुधार की राह पर चलते हुए पहली कक्षा से 12वीं तक डॉरेक्टोरेट ऑफ स्कूल एजुकेशन बनाया। विद्यार्थियों के लिए इंग्लिश मीडियम पढ़ाई शुरू की और आने वाले समय में शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक सुधार किए जाएंगे।
14 वर्ष से लंबित बीबीएमबी का एरियर हिमाचल को दें तो दिल्ली व हरियाणा को मिलेगा पानी
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह हिमाचलवासियों की मांगों को लेकर दिल्ली गए। हम दिल्ली व हरियाणा को पानी देंगे, लेकिन पहले वह 14 वर्षों से लंबित बीबीएमबी का एरियर हिमाचल प्रदेश को दे। मैंने साफ कह दिया है कि पहले पड़ोसी राज्य इस एरियर को देने का शपथ पत्र सुप्रीम कोर्ट में दायर करें, फिर हम किशाऊ बांध पर आगे बढ़ेंगे। हिमाचल प्रदेश के हितों के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। सुक्खू ने कहा कि आज मैं ‘सरकार गांव के द्वार’ कार्यक्रम के तहत बंजार विधानसभा क्षेत्र में आया हूं और मंत्रिमंडल के सहयोगी भी ग्रामीण क्षेत्र में लोगों की समस्याओं का हल करने का प्रयास कर रहे हैं। हमारी सरकार का ध्यान ग्रामीण क्षेत्रों के विकास पर है।
विधायक कहते तो उद्घाटन व शिलान्यास पट्टिकाओं में लिखवाते उनका नाम
मुख्यमंत्री सुक्खू ने स्थानीय विधायक सुरेंद्र शौरी को लेकर कहा कि विधायक कहते तो हम उनका नाम उद्घाटन व शिलान्यास पट्टिकाओं में लिखवाते। विधायक के लिए जनसभा में कुर्सी रखी गई थी, लेकिन वे नहीं आए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन पर पहले ही भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, वह प्रदेश की जनता को गुमराह करने के लिए वर्तमान सरकार पर झूठे आरोप लगा रहे हैं। आज वह भाजपा के नीति निर्धारक बने हैं, लेकिन उन्हें पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
आज 5 गुटों में बंटी है भाजपा
मुख्यमंत्री ने कि भाजपा आज 5 गुटों में बंटी है। वर्ष 2023 में आई आपदा के दौरान भाजपा नेता एक बार भी प्रभावित परिवारों का हक मांगने के लिए केन्द्र सरकार से पैरवी करने नहीं गए, जबकि कांग्रेस सरकार लोगों के साथ खड़ी रही। हमने प्रभावित परिवारों को फिर से बसाने के लिए नियमों को बदलकर विशेष राहत पैकेज दिया और घर पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त होने पर मुआवजा 1.50 लाख रुपए से बढ़ाकर 7 लाख रुपए किया जबकि आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त घर के लिए मुआवजा बढ़ाकर एक लाख रुपए किया गया।





