अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि मेले के लिए पधारे 188 देवी-देवता, भक्तों को दर्शन देने के लिए हुए विराजमान

#खबर अभी अभी शिमला ब्यूरो*

21 फरवरी 2023

 

अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि मेले के लिए पधारे 188 देवी-देवता सोमवार को मंडी के पड्डल मैदान में भक्तों को दर्शन देने के लिए विराजमान हो गए। इसी के साथ ऐतिहासिक पड्डल मैदान पूरी तरह से देवलोक में तब्दील हो गया। मैदान पर अधिकांश देवी-देवताओं ने अपने परंपरागत स्थानों पर ही आसन ग्रहण किया है। कुछ देवी-देवताओं ने पड्डल मैदान की पौड़ियों पर अपना स्थान ग्रहण किया है। देवी-देवताओं के दर्शन के लिए सोमवार को हजारों श्रद्धालुओं ने पड्डल मैदान पहुंचकर शीश नवाया। देवी-देवताओं ने भी उन्हें दर्शन दिए और उनके कष्टों का भी निवारण किया।

छोटी काशी का दिनभर का नजारा भी धार्मिक बना रहा। सुबह से शाम तक देवी देवताओं का पड्डल से और शहर से अपने देवलुओं के साथ आना-जाना लगा रहा। इस मौके पर श्रद्धालुओं कई देवी-देवताओं के भव्य मिलन के भी गवाह बने। नाचते-गाते देवलुओं की गहमागहमी और बजंतरियों के वाद्ययंत्रों की धुनों से छोटी काशी का माहौल धार्मिक हो उठा। माता मेहणी के पुजारी यादवेंद्र सिंह, काली चामुंडा के सचिव बीरी सिंह, महाकाली पुरानी मंडी के कारदार सुनील सहित अन्य देवताओं के कारदारों ने प्रशासन के प्रबंधों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रशासन देवताओं के बैठने के लिए अस्थायी शेड बना देता तो अच्छा होता। बारिश के पानी से बचने के लिए हर बार देवताओं के रथों को उठा कर सुरक्षित जगह आश्रय लेना पड़ता है। कहा कि जिस तरह कुल्लू दशहरा में देवताओं के लिए मेला मैदान में अस्थाई शेड बनाए जाते हैं उसी तरह मंडी में भी शेड बना कर देवताओं को बिठाया जाए। ताकि, बारिश होने पर देव रथ सुरक्षित रहें और देवलू भी आसानी से बैठे रहें।

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