अनुशंसा से ही नहीं दस्तावेजों के आधार पर बदले जाएंगे स्कूलों के नाम

#खबर अभी अभी सोलन ब्यूरो*

31 मार्च 2023

पंजाब के सरकारी स्कूलों के नाम अब शहीदों या स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर रखने के लिए डीसी, एसएसपी या विभाग द्वारा की गई अनुशंसा से ही काम नहीं चलेगा, बल्कि अब उनकी शहीदी से जुड़े दस्तावेज भी फाइल में लगाने होंगे। ये दस्तावेज भी विभाग की तरफ से तय कर दिए हैं। दस्तावेज भरने की सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। इसके बाद शिक्षा सचिव की कमेटी में केस आगे जाएगा। डायरेक्टर स्कूल एजुकेशन ने इस संबंधी आदेश जारी कर दिए गए हैं।

विभाग के मुताबिक स्कूल का नाम बदलने के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर शहीद वाली श्रेणी में प्रूफ ऑफ डॉक्यूमेंट वाले कॉलम में बैटल कैजुअल्टी या ऑपरेशन कैजुअल्टी सर्टिफिकेट व स्वतंत्रता सेनानी के केस में आजादी में डाले गए सहयोग के लिए दिए गए ताम्रपत्र या पेंशन रिकॉर्ड साथ में लगाया जाए। यदि सर्टिफिकेट नहीं लगाए गए तो केस रद्द कर दिया जाएगा।

इसके बाद स्कूल प्रिंसिपल को दोबारा नए सिरे से केस बनाकर फाइल करना होगा। इसके बाद मंथली मीटिंग में उस पर विचार किया जाएगा। वहीं, विभाग ने सभी जिलों से उन स्कूलों भी सूची मांगी है, जिनके नाम अब तक प्रमुख हस्तियों के नाम पर रखे गए हैं। 2021 में शिक्षा विभाग की तरफ से इस संबंधी एक ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया था। इसमें पंचायत, एमसी और महत्वपूर्ण विभागों द्वारा की गई सिफारिश के बाद आगे की प्रक्रिया चलती थी जबकि राज्यस्तरीय कमेटी द्वारा मौके पर ही फैसला लिया जाता था। अब उक्त विभागों की रिपोर्ट को पहले ही भेजना होगा। इससे पहले आपत्तिजनक शब्दों या जाति के आधार पर चल रहे 56 स्कूलों के नाम बदले गए थे। साथ ही कुछ नाम शहीदों के नाम पर रखे गए थे।

#खबर अभी अभी सोलन ब्यूरो*

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