

खबर अभी अभी ब्यूरो, सोलन
07 दिसंबर,24
बी.बी.एन. इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने आबकारी एवं कराधान विभाग की तरफ से अधिसूचित बीबीएन को मध्य क्षेत्र-ऊना में रखने के निर्णय का विरोध किया है। बी.बी.एन. इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल ने दक्षिण क्षेत्र-परवाणू में बीबीएन क्षेत्राधिकार की बहाली की मांग की। उन्होंने कहा कि अधिसूचना के बाद बीबीएन क्षेत्र को मध्य क्षेत्र-ऊना में रखा गया है, जबकि अधिसूचना से पहले यह दक्षिण क्षेत्र-परवाणू के अंतर्गत आता था। ऊना के अधिकार क्षेत्र में इस बदलाव पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा कि बीबीएन के अधिकांश उद्योगपति चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली में रहते हैं और उनके प्रशासनिक कार्यालय और विनिर्माण सुविधाएं बीबीएन में हैं। विभिन्न उद्योग संबंधी विभागों, उच्च न्यायालय और हिमाचल प्रदेश सचिवालय की औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए वे अक्सर शिमला की यात्रा करते हैं। संयोगवश डीसी ऑफिस से जुड़े काम के लिए सोलन जाना पड़ा, जो शिमला के रास्ते में पड़ता है। इस लिए शिमल और सोलन जाते समय हम परवाणू से होकर गुजरते हैं जहां पहले बीबीएन क्षेत्र का अधिकार क्षेत्र था, इसलिए यात्रा करना बहुत सुविधाजनक होने के साथ समय की बचत की भी होती है। उन्होंने कहा कि दक्षिण क्षेत्र में प्रमुख उद्योगों की सघनता के कारण, वकील, चार्टर्ड अकाउंटेंट, सलाहकार आदि जैसे पेशेवर शिमला, सोलन में आसानी से उपलब्ध हैं और जबकि केंद्र क्षेत्र में ऐसे पेशेवरों की उपलब्धता बहुत कम है। दक्षिण क्षेत्र के पेशेवर दूर का स्थान होने के कारण मामलों में भाग लेने के लिए ऊना जाना पसंद नहीं करेंगे। अध्यक्ष ने कहा कि बीबीएन क्षेत्र में कुछ उद्योगपति ऐसे हैं जिनकी विनिर्माण इकाइयां बीबीएन और काला अंब में भी हैं। उपरोक्त अधिसूचना के अनुसार बीबीएन को केन्द्रीय जोन-ऊना तथा काला अम्ब को दक्षिणी जोन-परवाणु में रखा गया है। तो ऐसे उद्योगपति को दो अलग-अलग कार्यालयों में जाना होगा और दो अलग-अलग पेशेवरों को नियुक्त करना होगा। जो कि समय और धन की बर्बादी है
बीबीएन प्रशासनिक जिला सोलन का एक अभिन्न अंग है, इसलिए बीबीएन का अधिकार क्षेत्र आपके विभाग में है। सोलन जिले में भी होना चाहिए यानी परवाणु में दक्षिणी क्षेत्र में अधिसूचना से पहले विद्यमान है । इसके अलावा ऊना में किसी अन्य विभाग का अधिकार क्षेत्र बीबीएन नहीं है। उन्होंने उद्योगपतियों के लिए ऊना के बजाय परवाणू जाना सुविधाजनक है क्योंकि बद्दी और परवाणू के बीच की दूरी सिर्फ 27 किलोमीटर है, जबकि बद्दी और ऊना के बीच की दूरी 86 किलोमीटर है। उन्होंने कहा कि क्षेत्राधिकार को दूर स्थित स्थान पर बदलने की कार्रवाई ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की भावना के खिलाफ है और राज्य सरकार के हित में नहीं है। क्योंकि नया निवेशक ऐसी असुविधा का विरोध कर सकता है। उन्होंने व्यावहारिक कठिनाइयों और बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए सचिव से अनुरोध किया कि बीबीएन क्षेत्र का अधिकार क्षेत्र मध्य क्षेत्र-ऊना से दक्षिण क्षेत्र-परवाणू में बहाल किया जाए।



