

नई दिल्ली : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार देर शाम अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने स्वास्थ्य कारणों को इस्तीफे की वजह बताया है। राष्ट्रपति को भेजे त्यागपत्र में उन्होंने लिखा कि स्वास्थ्य की प्राथमिकता और चिकित्सकीय सलाह का पालन करते हुए मैं भारत के उपराष्ट्रपति पद से तत्काल प्रभाव से त्यागपत्र दे रहा हूं। पत्र में उन्होंने राष्ट्रपति को उनके सहयोग और सौहार्दपूर्ण संबंधों के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही प्रधानमंत्री और मंत्रिमंडल को भी सहयोग के लिए आभार जताया। 74 साल के जगदीप धनखड़ ने कुछ दिन पहले 2027 में राजनीति से रिटायर होने की बात कही थी, लेकिन सोमवार शाम को अचानक इस्तीफा देकर उन्होंने सबको चौंका दिया है।
श्री धनखड़ कृषि सहित कई मसलों पर केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना कर चुके थे और सूत्रों का कहना है कि उनके इस्तीफे की वजह भी सरकार से नाराजगी हो सकती है। बता दें कि 2022 में जगदीप धनखड़ ने 14वें उप राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी।
पिछले महीने कार्यक्रम के बाद सीने में उठा था दर्द
25 जून को उत्तराखंड में एक कार्यक्रम के बाद जगदीप धनखड़ की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। उन्हें तुरंत नैनीताल राजभवन ले जाया गया, जहां डाक्टर ने उनका चेकअप किया। धनखड़ नैनीताल में कुमाऊं यूनिवर्सिटी के गोल्डन जुबली समारोह में बतौर चीफ गेस्ट पहुंचे थे। कार्यक्रम खत्म होने के बाद धनखड़ पूर्व सांसद महेंद्र सिंह पाल के कंधे पर हाथ रखकर बाहर निकले। फिर महेंद्र पाल से गले लगकर रोने लगे। करीब 10 कदम चलने पर धनखड़ के सीने में अचानक दर्द उठा। पूर्व सांसद महेंद्र पाल और सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें संभाला था।



