# उम्र 70 पार हो चुकी है, फिर भी वे हिमाचल की सियासत में हैं। दमदार |  हिमाचल प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के उम्रदराज नेताओं ने डेढ़ महीने बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए अपनी रीढ़ सीधी कर ली है। *

#खबर अभी अभी सोलन ब्यूरो*

30 सितंबर  2022

# उम्र 70 पार हो चुकी है, फिर भी वे हिमाचल की सियासत में हैं। दमदार |  हिमाचल प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के उम्रदराज नेताओं ने डेढ़ महीने बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए अपनी रीढ़ सीधी कर ली है। *

वर्तमान सरकार में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के राज्य मंत्रिमंडल में सबसे वरिष्ठ मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर की उम्र 72 साल हो चुकी है, वह अपने परंपरागत विधानसभा क्षेत्र धर्मपुर से एक और चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं।

कौल सिंह ठाकुर, डॉ. धनीराम शांडिल, महेंद्र सिंह ठाकुर और सुरेश भारद्वाज।

उम्र 70 पार हो चुकी है, फिर भी वे हिमाचल की सियासत में दमदार हैं। हिमाचल प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के उम्रदराज नेताओं ने डेढ़ महीने बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए अपनी रीढ़ सीधी कर ली है। अभी किसी भी राजनीतिक दल ने टिकटों पर फैसला बेशक न लिया हो, मगर वे फील्ड में दिन-रात पसीना बहा रहे हैं। सोलन से कांग्रेस के विधायक डॉ. धनीराम शांडिल 82 साल के हैं। वह वीरभद्र सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य रह चुके हैं। वह इस बार फिर सोलन से चुनावी रण में होंगे

वह सेना से कर्नल के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। एक और सेवानिवृत्त कर्नल इंद्र सिंह सरकाघाट से भाजपा विधायक हैं, वह भी आगामी विधानसभा चुनाव के लिए खूब मेहनत कर रहे हैं। कांग्रेस सरकार में विधानसभा अध्यक्ष रह चुके गंगूराम मुसाफिर भी 77 साल के हो चुके हैं, वह पिछली बार हार गए थे, मगर वहां से फिर विधायक बनना चाह रहे हैं। पिछला चुनाव हार चुके वीरभद्र सरकार में मंत्री रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर द्रंग से एक बार और चुनाव लड़ने की तैयारी कर चुके हैं।

वह तो मुख्यमंत्री पद की दौड़ में भी शुमार रहे हैं। कुल्लू के पूर्व विधायक महेश्वर सिंह 73 वर्ष की आयु में फिर चुनाव लड़ने का मन बनाए हैं। वर्तमान सरकार में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के राज्य मंत्रिमंडल में सबसे वरिष्ठ मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर की उम्र 72 साल हो चुकी है, वह अपने परंपरागत विधानसभा क्षेत्र धर्मपुर से एक और चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं।

महेंद्र सिंह निर्दलीय, कांग्रेस, हिविकां और भाजपा सभी पार्टियों से विधायक रहे हैं। वह धूमल सरकार और सुखराम सरकार में भी मंत्री रहे हैं। जयराम सरकार के दूसरे वरिष्ठ मंत्री सुरेश भारद्वाज भी 70 साल के हो चुके हैं। वह शिमला शहर से चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर चुके हैं। चंबा से भाजपा विधायक पवन नैयर 70 साल के हैं और वह भी दोबारा विधायक बनने के लिए इन दिनों खूब पसीना बहा रहे हैं।

शांता और विद्या स्टोक्स ले चुके राजनीति से संन्यास, अभी धूमल ने नहीं खोले अपने पत्ते 
हिमाचल प्रदेश में बुजुर्ग नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार और पूर्व मंत्री विद्या स्टोक्स दोनों संन्यास ले चुके हैं। शांता कुमार 88 साल के हो चुके हैं, जबकि विद्या स्टोक्स 94 वर्ष की हैं। पूर्व सीएम प्रेमकुमार धूमल 78 साल के हैं। हालांकि, वह सुजानपुर या हमीरपुर से चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इस बारे में उन्होंने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं।

भाजपा में 70 पार उम्र के नेताओं के टिकट कटने की चर्चा, कांग्रेस में ऐसा कोई नियम नहीं 
भाजपा में यह चर्चा है कि 70 साल उम्र पार करने वाले नेताओं के टिकट कट सकते हैं। हालांकि, भाजपा के प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना इस बात को साफ कर चुके हैं कि परिवारवाद से समझौता नहीं होगा। जिताऊ होने की स्थिति में उम्र की सीमा से समझौता किया जा सकता है। कांग्रेस में आयु की इस तरह की कोई बंदिश नहीं है।

Share the news