
#खबर अभी अभी शिमला ब्यूरो*
10 अप्रैल 2024

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने सत्र 2024-25 से संबद्ध कॉलेजों में एनईपी-2020 को लागू करने के लिए सिलेब्स को तैयार कर उसे मंजूर करवाने की तैयारी शुरू कर दी है। नीति के अनुसार चार वर्षीय यूजी डिग्री विद ऑनर्स और रिसर्च प्रदेश के चुनिंदा कॉलेजों में ही शुरू की जा सकेगी। कॉलेज ही ऑनर्स, रिसर्च डिग्री देने को उपलब्ध संसाधनों और आवश्यकताओं के पूरा होने पर ही विश्वविद्यालय से इसके लिए अनुमति लेंगे। अधिकतर कॉलेज तीन साल की ही यूजी डिग्री कोर्स को करवाना जारी रखेंगे। एनईपी के लागू होने पर यूजी छात्रों के पास तीन या चार साल की डिग्री पूरी करने की अवधि में बीच में डिग्री को अधूरी छोड़ फिर से कुछ अंतराल के बाद उसे पूरा करने की सुविधा जरूर मिलेगी। एक साल यानि दो सेमेस्टर पूरे करने पर छात्र को यूजी सर्टिफिकेट मिल जाएगा।
इसमें छात्र को 40 क्रेडिट और वोकेशनल कोर्स के चार क्रेडिट प्राप्त करने ही होंगे। दो साल यानि चार सेमेस्टर पूरे करने और 80 क्रेडिट और चार वोकेशनल कोर्स के क्रेडिट प्राप्त करने पर यूजी डिप्लोमा विवि से मिल जाएगा। सर्टिफिकेट और डिप्लोमा प्राप्त करने वाले छात्रों को तीन साल के भीतर फिर से अपनी डिग्री की पढ़ाई को पूरा करने को एंट्री करनी होगी। छात्र को सात साल में अपनी तीन साल की डिग्री पूरी करने को मिलेंगे। यूजी की तीन साल की डिग्री को पूरा करने को छात्र को न्यूनतम 120 क्रेडिट प्राप्त करना जरूरी होगा, जबकि चार वर्षीय यूजी डिग्री शुरू करने पर छात्र को न्यूनतम 160 क्रेडिट प्राप्त करना आवश्यक होगा, तभी उन्हें ऑनर्स, रिसर्च के साथ चार वर्षीय डिग्री विवि से मिल पाएगी। तीन साल छह सेमेस्टर पूरे करने के बाद छात्र तीन अतिरिक्त कोर्स पढ़कर ऑनर्स या रिसर्च को चुन सकेंगे।





