एसपी कार्यालय से सीबीआई को रिकॉर्ड देने की तैयारियां शुरू, लग सकता है इतना समय

शिमला | पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर दिवंगत विमल नेगी की मौत के मामले में दो दिन पहले सीबीआई को रिकॉर्ड देने से इन्कार करने के बाद सोमवार को एसपी कार्यालय में मामले से जुड़ा रिकॉर्ड केंद्रीय जांच एजेंसी को सौंपने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। एसआईटी ने जांच से संबंधित रिकॉर्ड को क्रमबद्ध संग्रहित करने का काम शुरू कर दिया है।एसआईटी के अधिकारी दिनभर इसको लेकर माथापच्ची करते रहे। सूत्रों के मुताबिक विमल नेगी के मामले में पुलिस ने पावर कॉरपोरेशन से लेकर ऊर्जा विभाग से भी रिकॉर्ड कब्जे में लिया था। इसके अलावा जांच से जुड़ी रिपोर्ट और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जुटाए गए हैं।

हजारों पन्नों का रिकॉर्ड होने के कारण इसे सौंपने में दो से तीन का समय लग सकता है। इससे पहले सोमवार तक सीबीआई को जांच सौंपने के मामले में एलपीए दायर करने की बात कही जा रही थी। लेकिन सरकार के इन्कार के बाद अब इन अटकलों पर विराम लग गया है। यही वजह है कि एसपी कार्यालय ने जांच का रिकॉर्ड केंद्रीय जांच एजेंसी को सौंपने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। वहीं मामले को लेकर एसपी शिमला से लेकर सभी अधिकारी मीडिया से कुछ भी बात करने से बचते रहे।

दोनों एसआईटी और जिला बिलासपुर पुलिस भी आएगी जांच की जद में
केंद्रीय जांच एजेंसी जहां विमल नेगी की मौत के कारणों की जांच करेगी तो वहीं दोनों एसआईटी और जिला बिलासपुर की पुलिस भी जांच की जद में हैं। इसकी मुख्य वजह यह है कि पुलिस महानिदेशक ने प्रदेश उच्च न्यायालय में दायर किए गए स्वतंत्र हलफनामे में जांच को लेकर कई प्रकार के गंभीर सवाल उठाए हैं। विमल नेगी के शव से पेन ड्राइव गायब होने का मामला सामने आया है। वहीं उसका डाटा डिलीट करने की बात भी जांच में आई है।

उधर, परिजनों का आरोप है कि विमल नेगी के मोबाइल को लेकर भी जांच टीम अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं कर पाई है। मछुआरों के मोबाइल में बना वीडियो भी इस जांच में अहम सबूत माना जा रहा है, जिसमें निलंबित एएसआई पंकज विमल नेगी के शव से पेन ड्राइव मिलने की बात करते हुए दिखाई दे रहा है।

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