

#खबर अभी अभी सोलन ब्यूरो*
31 अक्टूबर 2022
इस हाईवे पर चुनावी बोर्ड लगाने में भाजपा अभी तक नंबर वन पर है। कांग्रेस भी विज्ञापन बोर्ड लगाने में कोर कसर नहीं छोड़ रही है। प्रदेश का अहम नेशनल हाईवे होने के कारण प्रत्येक राजनीतिक पार्टियों ने चुनावी प्रचार की भरमार कर दी है।
इसके चलते परवाणू से शिमला तक हर पहाड़ी, दुकानों और घरों की छतों पर प्रचार बोर्ड दिख रहे हैं। दो प्रमुख पार्टियों के बाद आम आदमी पार्टी और राष्ट्रीय देवभूमि पार्टी ने भी विज्ञापन शुरू कर दिया है। इसके चलते हाईवे पर हरियाली कम और विज्ञापन अधिक दिखाई देने शुरू हो गए हैं।
कालका-शिमला नेशनल हाईवे प्रदेश का अहम मार्ग है। यहां से रोजाना हजारों वाहन आते-जाते हैं। इस हाईवे पर सबसे अधिक बोर्ड परवाणू से कुमारहट्टी के बीच लगे हैं। प्रवेशद्वार होने के चलते लोगों का पार्टियों की ओर विज्ञापन लगाकर यही ध्यान आकर्षित किया जा रहा है। इन जगहों में सबसे अधिक बोर्ड भाजपा ने लगाए हैं।
परवाणू और धर्मपुर कांग्रेस के बोर्ड भी दुकानों की छतों पर लगे दिखाई दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि हाईवे पर लगाए बोर्ड में बाकायदा अनुमति भी ली गई है। इसका पत्र भी बोर्ड पर चस्पां किया गया है। इसके अलावा आजाद प्रत्याशियों के बैनर भी हाईवे पर लगना शुरू हो गए हैं।
सोशल मीडिया में भी कोई पीछे नहीं
नामांकन प्रक्रिया शनिवार को पूरी होने के बाद चुनाव चिन्ह बंट जाने पर सोशल मीडिया में पर प्रचार करने में कोई पीछे नहीं है। सोशल मीडिया में अलग-अलग तरह से लोगों को सोशल मीडिया में ध्यान आकर्षित किया जा रहा है। इसी के साथ ग्रुप बनाकर लोगों तक उम्मीदवार पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी लगे हैं बोर्ड
पार्टियों ने हाईवे ही नहीं बल्कि अन्य ग्रामीण क्षेत्रों को जाने वाले रास्तों पर भी प्रचार बोर्ड लगाना शुरू कर दिया है। इसके चलते ग्रामीण सड़कें भी चुनाव के विज्ञापनों से रंगती जा रही हैं।
हाईवे पर बना दुर्घटनाओं का खतरा
कालका-शिमला नेशनल हाईवे पांच पार्टियों के अलावा भी अन्य विज्ञापन के बड़े-बड़े बोर्ड लगे हुए हैं। इनसे एक तो क्षेत्र का प्राकृतिक नजारा ढंक रहा है, वहीं रिफलेक्शन से दुर्घटना का खतरा भी हो रहा है। वहीं बोर्ड की अधिक भरमार हर समय हाईवे पर दुर्घटनाओं की आशंका पैदा कर रही है।





