
Himachal : जिला कुल्लू में नशे के खतरे से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने बड़े स्तर पर चिट्टा/ड्रग विरोधी जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है। उपायुक्त कुल्लू तोरुल एस. रवीश ने निर्देश जारी करते हुए बताया कि दिसंबर माह के भीतर चिन्हित 28 ग्राम पंचायतों और नगरपालिकाओं में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों में उपायुक्त सहित जिले के वरिष्ठ अधिकारी स्वयं भाग लेकर लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करेंगे।
यह निर्णय 2 दिसंबर 2025 को तपोवन, धर्मशाला में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई छठी राज्य स्तरीय एनकोर्ड समिति बैठक में चिट्टा विरोधी अभियान की समीक्षा के बाद लिया गया। बैठक में कुल्लू की 28 पंचायतों/शहरी क्षेत्रों को ड्रग एक्सपोज़र के उच्च संवेदनशील (लाल) क्षेत्रों में शामिल किया गया है।
अभियान के दौरान युवाओं, विद्यार्थियों और स्थानीय समुदाय को नशे के सामाजिक व आर्थिक दुष्प्रभाव तथा निवारण उपायों की जानकारी दी जाएगी। इसके लिए उपमंडल अधिकारी (नागरिक), पुलिस उपाधीक्षक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला कल्याण अधिकारी सहित जिला स्तरीय अधिकारियों की टीमें भी बनाई गई हैं।
कार्यक्रम 12 दिसंबर से 30 दिसंबर 2025 तक रोजाना सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक आयोजित होंगे।
जिला एवं उपमंडल स्तर पर निर्धारित प्रमुख कार्यक्रम इस प्रकार हैं—
कुल्लू उपमंडल
12 दिसंबर: वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बजौरा, DIET जरड़
16 दिसंबर: माध्यमिक विद्यालय कलेहली, RTI साढ़ाबाई
17 दिसंबर: प्राइमरी स्कूल परगानू, ITI शमशी
18 दिसंबर: DAV मोहल, वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मोहल
19 दिसंबर: वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय डूघीलग
20 दिसंबर: वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बाशिंग
22 दिसंबर: वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जिन्दौड़
23 दिसंबर: वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रायसन, वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय शिरड
24 दिसंबर: माध्यमिक विद्यालय बैंची, उच्च विद्यालय शिम
26 दिसंबर: प्राइमरी स्कूल दुआडा, वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कटराई
27 दिसंबर: वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय हलान-1, वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नगर
29 दिसंबर: प्राइमरी स्कूल लूगड़ भट्टी, मिडिल स्कूल डोभी
30 दिसंबर: वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खराहल
मनाली उपमंडल
16 दिसंबर: GMS पतलीकुहल
17 दिसंबर: उच्च विद्यालय शलीन, GMS मनाली
18 दिसंबर: GPS बाहंग, GPS अलेऊ
जिला प्रशासन ने उम्मीद जताई है कि इन जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से नशा निवारण का संदेश समाज के हर वर्ग तक प्रभावी ढंग से पहुंचेगा।





