
कुल्लू।
जिला मुख्यालय स्थित उपायुक्त कार्यालय के समिति कक्ष में आज जिला स्तरीय निगरानी एवं समीक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त कुल्लू तोरुल एस. रवीश ने की। बैठक में जिले की पाँच प्रमुख आईसीडीएस परियोजनाओं—आनी, बंजार, कटराइन, कुल्लू और नीथर—के अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यों एवं जनकल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई।
उपायुक्त ने आंगनवाड़ी केंद्रों के बुनियादी ढांचे, बच्चों के पोषण स्तर, तथा मुख्यमंत्री शगुन योजना और विधवा पुनर्विवाह योजना जैसी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर विशेष बल दिया।
बैठक में बताया गया कि जिले के सभी 1,095 आंगनवाड़ी केंद्रों में पीने के पानी एवं कार्यात्मक शौचालय की सुविधा उपलब्ध करवाई जा चुकी है। वहीं, पोषण अभियान के तहत जिले में पंजीकृत 23,093 बच्चों में से 97.6 प्रतिशत बच्चे सामान्य श्रेणी में पाए गए हैं। गंभीर एवं मध्यम कुपोषण (SAM व MAM) से ग्रसित बच्चों पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है।
उपायुक्त ने आंगनवाड़ी भवनों के निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए, विशेषकर उन 12 केंद्रों में जहां अभी तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। इसके अतिरिक्त, वर्ष 2025-26 के दौरान आपदा राहत कोष (PDNA) के तहत क्षतिग्रस्त आंगनवाड़ी केंद्रों की मरम्मत हेतु 63 लाख रुपये की राशि के वितरण की प्रगति की भी समीक्षा की गई।
बैठक की कार्यवाही का संचालन जिला कार्यक्रम अधिकारी (ICDS) कुल्लू कुंदन लाल ने किया। इस अवसर पर जिला कल्याण अधिकारी गिरधारी लाल शर्मा, जोनल अस्पताल के जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुरेश सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।





