
#खबर अभी अभी सोलन ब्यूरो*
28 अक्टूबर 2024
हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन का सबसे बड़ा अस्पताल क्षेत्रीय अस्पताल इन दिनों अपनी बदहाली पर आंसु बहा रहा है |ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि अस्पताल की दीवारों पर अब घास उगना शुरू हो गया है | वार्डो में भी सीलन आनी शुरू हो गई है पिछले 5 सालों से अस्पताल की हालत ऐसी ही है। जिला का सबसे बड़ा अस्पताल होने के बावजूद भी इस ओर स्वास्थ्य विभाग कोई ध्यान नहीं दे रहा है,खास बात तो यह है कि इन दिनों अस्पताल में एक ही बेड पर दो मरीजों का उपचार किया जा रहा है।जिसके चलते मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।
तीन जिलों के मरीज उपचार के लिए पहुंचते है सोलन अस्पताल
बता दें कि क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में सोलन के साथ सिरमौर और शिमला से भी मरीज अपने उपचार के लिए अस्पताल पहुंचते है ,परंतु बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं ना मिलने के कारण उन्हें निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ता है ,सिरमौर से आए मरीजों से जब बात की तो सुमित का कहना है कि हम 40किलोमीटर दूर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की आस में यहां आते है परंतु अस्पताल की हालत देख कर डर लगता है कहीं दीवार से कोई कंक्रीट का टुकड़ा हम पर ना गिर जाए । अस्पताल के बाहर ही दीवारों पर खास उग गया है।वार्डो के अंदर भी सीलन आई है वहीं गायनी वार्ड में उपचाराधीन महिला सीमा ने भी रोष व्यक्त करते हुए कहा कि हम अस्पताल अपना उपचार करवाने आते है परंतु वार्डो की हालत देख कर तो ऐसा लगता है कि हम यहां से बीमारियों को घर लेकर जाएंगे,शौचालयों में भी नियमित रूप से साफ सफाई की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है ,जिसके चलते इन्फेक्शन का खतरा बढ़ गया है,
खुद स्वास्थ्य मंत्री भी जिला सोलन के ही रहने वाले है उनके गृह क्षेत्र में ही स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल है तो पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का क्या हाल होगा हमारा मंत्री धनीराम शांडिल से निवेदन है कि अस्पताल की हालत में सुधार किया जाए ताकि हमें अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके और हमें शिमला चंडीगढ़ या फिर निजी अस्पतालों का रुख ना करना पड़े ।
पर्ची काउंटर पर लगी रहती है लंबी कतार,एक बेड पे दो मरीजों का हो रहा उपचार.
बता दें कि इन दिनों क्षेत्रीय अस्पताल सोलन में रोजाना 1000से ज्यादा मरीज उपचार के लिए पहुंचते है अस्पताल में ओपीडी तो बढ़ी है परंतु पर्ची काउंटर एक ही जिसके चलते मरीजों को अपना रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए ही घंटों लाइनों में खड़े रह कर इंतजार करना पड़ता है,कई बार तो एक ही बेड पर दो मरीजों का उपचार भी किया जाता है।
जब इस बारे में अस्पताल के आला अधिकारियों से बात की गई तो मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉo संदीप जैन का कहना है कि इस बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है |जल्द हॉस्पिटल में रेनोवेशन का कार्य शुरू होगा और मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल का कार्य भी चला हुआ है जल्द ही वह भी बनकर तैयार हो जाएगा उसके बाद मरीजों को किसी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा।





