

#खबर अभी अभी सोलन ब्यूरो*
9 नवंबर 2022
चंद्रचूड़ ने भारत के 50वें प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप से बुधवार को पद की शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में उन्हें पद की शपथ दिलाई। उन्होंने न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित की जगह ली है, जिनका कार्यकाल आठ नवंबर को पूरा हुआ।
अपने फैसलों के लिए मशहुर सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा सिटिंग जज जस्टिस चंद्रचूड़ ने अपने पिता के फैसले को ही बदल दिया था। डीवाई चंद्रचूड़ का जन्म 11 नवंबर 1959 को हुआ था। उनका पूरा नाम ‘धनंजय यशवंत चंद्रचूड़’ हैं। उनके पिता 22 फरवरी 1978 से 11 जुलाई 1985 तक भारतीय न्यायपालिका के प्रमुख रहे थे। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से LLB की पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने प्रतिष्ठित InLaks स्कॉलरशिप की मदद से हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की। हार्वर्ड में, उन्होंने लॉ में मास्टर्स और न्यायिक विज्ञान में डॉक्टरेट पूरी की।
न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ 13 मई 2016 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रुप में नियुक्त हुए। 31 अक्टूबर 2013 से सर्वोच्च न्यायालय में नियुक्ति तक इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रहे। 29 मार्च 2000 से इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति तक बॉम्बे उच्च न्यायालय के न्यायाधीश रहे और महाराष्ट्र न्यायिक अकादमी के निदेशक रहे। न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ 10 नवंबर 2024 तक दो साल के लिए इस पद पर रहेंगे।





