
हिमाचल
तूफान और ओलावृष्टि से हिमाचल में सेब की फसल को भारी नुकसान हुआ है। प्रदेश सरकार ने राजस्व विभाग को सेब को हुए नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए हैं। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने राजस्व विभाग को इस बाबत निर्देश जारी किए हैं। प्रदेश के चार जिलों शिमला, किन्नौर, मंडी और कुल्लू में सेब की फसल को अधिक नुकसान हुआ है। एक माह के भीतर जिला उपायुक्त सेब की फसल को हुए नुकसान का आकलन कर सरकार को रिपोर्ट सौंपेंगे।
सरकार ने पौधों को नुकसान और फ्लावरिंग को नुकसान का अलग अलग आकलन करने के निर्देश दिए हैं। आंशिक, मध्यम और गंभीर तीन श्रेणियों में वर्गीकृत कर नुकसान का आकलन किया जाएगा। नुकसान के मूल्यांकन के दौरान सेब के पौधों को हुए नुकसान, टहनियां टूटने, पेड़ गिरने, फ्लावरिंग को नुकसान का मूल्यांकन होगा। सेब कि किस्म के आधार पर अलग अलग आकलन किया जाएगा। बगीचे में कुल पौधों की संख्या और प्रभावित पौधों की संख्या के आधार पर नुकसान आंका जाएगा। नुकसान के आकलन के साथ सेब की उपज में गिरावट का भी अनुमान लगाया जाएगा। आकलन रिपोर्ट के आधार पर अनुमानित नुकसान की राशि तय की जाएगी।


