भारत की स्टार महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने संन्यास की घोषणा कर दी है। ऑस्ट्रेलियन ओपन खेलने पहुंचीं सानिया ने कहा है कि इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन और दुबई टेनिस चैंपियनशिप के बाद वह टेनिस को अलविदा कह देंगी।सानिया मिर्जा ने कहा है कि वह अगले महीने दुबई टेनिस चैंपियनशिप के बाद 36 साल की उम्र में अपने करियर को अलविदा कह देंगी। चोट के कारण उनकी 2022 की रिटायरमेंट योजनाओं में देरी हुई थी। यूएस ओपन में चोट की वजह से नहीं खेलने के बाद सानिया ने इसकी घोषणा की थी।
36 वर्षीय इस महीने कजाकिस्तान की एना डेनिलिना के साथ ऑस्ट्रेलियन ओपन में महिला डबल्स में खेलेंगी, जो किसी भी ग्रैंड स्लैम में उनकी आखिरी उपस्थिति होगी। कोहनी की चोट के कारण पिछले साल यूएस ओपन में वह नहीं खेल पाई थीं। अन्य फिटनेस समस्याओं ने भी उन्हें हाल के दिनों में परेशान किया है। सानिया ने कहा- ईमानदारी से कहूं तो मैं जो इंसान हूं, मुझे अपनी शर्तों पर काम करना पसंद है। मेरा प्लान दुबई में दुबई ड्यूटी फ्री टेनिस चैंपियनशिप के दौरान रिटायरमेंट का है।
सानिया मिर्जा एक ऐसी पीढ़ी में भारतीय टेनिस की चमकती रोशनी में से एक रही हैं, जिन्हें डबल्स सर्किट के बाहर ज्यादा सफलता नहीं मिली। छह ग्रैंड स्लैम जीतने और विश्व नंबर एक डबल्स खिलाड़ी बनने से पहले, उनका एक उल्लेखनीय सिंगल्स करियर भी था, जो विश्व नंबर 27 की करियर बेस्ट रैंकिंग तक पहुंच गया वह 2005 में यूएस ओपन के चौथे राउंड तक पहुंची थीं।
36 साल की उम्र में कई गंभीर चोटों की समस्याओं के कारण सानिया की प्राथमिकताएं बदल गई हैं। उन्होंने कहा- मेरे पास सच में भावनात्मक रूप से खुद को और आगे बढ़ाने की क्षमता नहीं है। मैं 2003 में प्रोफेशनल टेनिस में आ गई थी। प्राथमिकताएं बदल जाती हैं और अब मेरी प्राथमिकता अपने शरीर को हर दिन सीमित करने की नहीं है।
रिटायरमेंट के बाद सानिया मिर्जा ने दुबई में अपनी एकेडमी पर ध्यान केंद्रित करने की योजना बनाई है, जो एक दशक से अधिक समय तक उनके निवास का शहर रहा है। इसके अलावा उन्होंने हैदराबाद में भी टेनिस एकेडमी शुरुआत की थी। उन्होंने कहा- मेरे लिए उन जगहों पर अपने अनुभव का साझा करना महत्वपूर्ण है जहां मैं रहती हूं। इसलिए मेरे पास एक एकेडमी हैदराबाद में और एक दुबई में है। उनका आखिरी प्रोफेशनल टूर्नामेंट दुबई टेनिस चैंपियनशिप 19 फरवरी से शुरू होगा।