

खबर अभी अभी ब्यूरो
सोलन (मनीष कुमार)
11 जनवरी,25
हिमाचल प्रदेश स्टील उद्योग संघ ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से बिजली दरों में वृद्धि पर राहत दिए जाने की मांग की है। इस्पात उद्योग को बनाए रखने के लिए बिजली दरों में वृद्धि पर राहत के अनुरोध को लेकर स्टील उद्योग संघ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। संघ का कहना है कि हिमाचल प्रदेश में इस्पात उद्योग का दो दशकों से राज्य की अर्थव्यवस्था और रोजगार परिदृश्य में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। पिछले 20 वर्षों से हिमाचल प्रदेश में प्रतिबद्धता और गर्व के साथ काम कर रहे हैं, राज्य के विकास में योगदान दे रहे हैं। हमारा उद्योग सामूहिक रूप से हिमाचलियों और गैर-हिमाचलियों सहित 1 लाख से अधिक व्यक्तियों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान करता है। इस्पात उद्योग जीएसटी, एजीटी और अन्य करों के रूप में राज्य के खजाने में सालाना 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान भी करते हैं। राज्य द्वारा प्रदान की गई कर छूट से लाभान्वित होने के बाद, हमने प्रतिस्पर्धी और व्यवहार्य बने रहने के लिए कड़ी मेहनत की है। हिमाचल प्रदेश में बिजली की उचित दरें इस्पात उद्योग के अस्तित्व को बनाए रखने में एक महत्वपूर्ण कारक रही हैं, जिसने इस क्षेत्र में औद्योगिक संचालन को संभव बनाया है। संघ का कहना है कि बिजली दरों में हाल ही में हुई तीव्र वृद्धि ने हमारी इकाइयों को अव्यवहारिक बना दिया है। यह तीव्र वृद्धि हमारे उद्योगों के अस्तित्व को खतरे में डालती है, जिससे हम पर निर्भर हजारों परिवारों की आजीविका खतरे में पड़ जाएगी। संघ ने मुख्य मंत्री से बिजली दरों में की गई बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की है। संघ ने मुख्य मंत्री से इस्पात उद्योग के विशाल सामाजिक-आर्थिक योगदान पर विचार कर उद्योग संचालन की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए बिजली शुल्क संरचना को संशोधित करके राहत प्रदान करने का आग्रह किया है। सरकार के निर्णय से न केवल हजारों परिवारों के भविष्य को सुरक्षित करेगा बल्कि हिमाचल प्रदेश की विरासत को एक निवेशक-अनुकूल और प्रगतिशील राज्य के रूप में भी बनाए रखेगा।



