

शिमला : नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार को फिर से निशाने पर लेते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की ओर से वित्त पोषित फिना सिंह परियोजना में भी सरकार भ्रष्टाचार के रास्ते तलाश रही है। सुक्खू सरकार टेंडर की शर्तों में जो हेर-फेर कर रही है, उससे प्रदेश को करोड़ों की चपत लग रही हैं। कहा कि ज्वाइंट वेंचर पर रोक लगाकर सरकार एक तरफ नियमों की धज्जियां उड़ा रही है तो दूसरी तरफ टेंडर प्रक्रिया से बहुत से बड़ी कंपनियों को बाहर का रास्ता दिखा रही है।
इस वजह से कई कंपनियां टेंडर प्रक्रिया से बाहर हो गईं और टेंडर का कंपीटीशन घट गया। पहले से निर्धारित खेल इसके बाद शुरू हुआ और सरकार की ही चहेती कंपनियों ने मिल-जुलकर खेल शुरू कर दिया है। इसी का नतीजा है कि फिना सिंह प्रोजेक्ट के जिस टेंडर की कीमत 297 करोड़ थी, उसके लिए कम से कम बिड 304 रुपये करोड़ के ऊपर आई है। सरकार इन्हीं कंपनियों को अब काम देकर प्रदेश को करोड़ों की चपत लगाएगी। इससे पहले सरकार पेखूबेला सोलर प्रोजेक्ट में दोगुना कीमत पर बनवाया। उन्होंने आरोप लगाया कि इसी चक्कर में विमल नेगी की जान भी गई।
जयराम ने कहा कि केंद्र कहा कि फिना सिंह सिंचाई परियोजना को समय से पूरा करने और निर्माण कार्यों में गति देने के लिए केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने बीते साल अगस्त में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में शामिल कर 284 करोड़ का बजट मंजूर किया था। इसमें 90 प्रतिशत केंद्र व 10 प्रतिशत राज्य सरकार ने खर्च करना है। फरवरी 2025 में केंद्र इस परियोजना के निर्माण के लिए 67.5 करोड़ की पहली किस्त भी जारी कर चुका है। इस परियोजना के पूरा होने के बाद सुल्याली की 4025 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन को सिंचाई सुविधा मिलेगी।



