

#खबर अभी अभी शिमला ब्यूरो*
8 नवंबर 2022
इस बार चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया था
पूर्व मुख्यमंत्री कुमार धूमल ने फिर दोहराया है कि उन्होंने इस बार चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया था। एक निजी न्यूज चैनल से बातचीत में धूमल ने यह बात कही। धूमल ने कहा, मैं चाहता हूं कि किसी दूसरे को मौका मिले। मेरी सीट पर आर्मी के रिटायर कैप्टन को मौका मिला है जो पार्टी के वफादार कार्यकर्ता भी हैं।
धूमल ने कहा कि जो बीत गई सो बीत गई, अब हमें आगे पार्टी को मजबूत करने पर ध्यान देना चाहिए। धूमल ने कहा कि पार्टी में एक सीट से टिकट की दावेदारी करने वाले कई लोग होते हैं, लेकिन टिकट एक ही को मिलता है। पार्टी से लोग जब बगावत करते हैं और निर्दलीय चुनाव लड़ते हैं तो नुकसान तो होता ही है। चाहे एक वोट भी कम हुआ तो पार्टी को नुकसान होता है।
प्रदेश में अब तक 36,008 लोगों ने डाक मतपत्र से किया मतदान
प्रदेश में डाक मतपत्र के माध्यम से अब तक कुल 36,008 वोट डाले जा चुके हैं। सोमवार को 2,852 मत डाले गए। इसमें 80 वर्ष से अधिक आयु के 29,433 मतदाता, 5997 दिव्यांग और आवश्यक सेवाओं के 578 मतदाता शामिल हैं। यह जानकारी चुनाव विभाग के एक प्रवक्ता ने दी।
10 नवंबर की शाम को थमेगा चुनाव प्रचार
हिमाचल प्रदेश में 10 नवंबर की शाम को चुनाव प्रचार थम जाएगा। इसके बाद जनसभाएं और अन्य प्रचार बंद हो जाएंगे। केवल डोर-टू-डोर प्रचार ही होगा।
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मल्लिकार्जुन खरगे आज पहुंचेंगे
वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे मंगलवार दोपहर पहली बार शिमला पहुंचेंगे। वह बुधवार को शिमला और सोलन के नालागढ़ में चुनावी जनसभाएं करेंगे।
मोदी कल करेंगे दो रैलियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंडी, शिमला के बाद अब कांगड़ा और हमीरपुर संसदीय क्षेत्रों में चुनावी हुंकार भरेंगे। वह बुधवार को हमीरपुर के सुजानपुर और कांगड़ा के चंबी में एक-एक रैली करेंगे।
खराब मौसम से निपटने के लिए निर्वाचन आयोग ने उपलब्ध करवाए तीन चौपर
जिला चुनाव अधिकारियों ने आयोग से कहा है कि चुनाव सामग्री और पोलिंग पार्टियों के लिए चौपर की व्यवस्था जरूरी है, जिससे चुनाव में बर्फबारी के कारण किसी प्रकार की बाधा न आए। इसके बाद आयोग के निर्देश पर राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी ने तीन चॉपर उपलब्ध करवाए हैं।
बर्फबारी वाले इलाकों के लिए जिला चुनाव अधिकारियों से मांगा था वैकल्पिक प्लान
निर्वाचन आयोग ने दुर्गम क्षेत्रों में बर्फबारी से निपटने के लिए जिला चुनाव अधिकारियों से वैकल्पिक प्लान मांगा था। जनजातीय जिला किन्नौर, लाहौल-स्पीति, चंबा और शिमला के दुर्गम क्षेत्रों के लिए जिला चुनाव अधिकारियों ने वैकल्पिक प्लान बना भेजा है।
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विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश भर से पोलिंग पार्टियां चुनाव सामग्री के साथ मंगलवार से रवाना होंगी। खराब मौसम को देखते हुए निर्वाचन आयोग ने चुनाव के लिए तीन चौपर उपलब्ध करवा दिए हैं। प्रदेश के जनजातीय इलाकों में चुनाव से पहले बर्फबारी हुई तो चुनाव सामग्री के साथ पोलिंग पार्टियां चौपर से रवाना की जाएंगी। विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश में 7,881 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 646 शहरी और 7,235 मतदान कें द ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गए हैं। दुनिया का सबसे ऊंचा टशीगंग मतदान केंद्र 15,256 फीट की ऊंचाई पर बनाया गया है।





