रजनी पाटिल से बात कर वापस लौटे CM सुक्खू, दिल्ली में डटे विनय कुमार, मल्लिकार्जुन खडग़े से होगी बैठक

शिमला | हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष विनय कुमार दिल्ली में हैं और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े से मुलाकात के बाद ही वापस लौटेंगे। सूत्रों के अनुसार 14 जून को उनकी खडग़े से मुलाकात तय है। चूंकि अभी खडग़े दिल्ली में नहीं हैं, मगर पार्टी प्रभारी रजनी पाटिल ने विनय कुमार को वहां रुकने को कहा है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रजनी पाटिल से मुलाकात में प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए अपनी तरह से जो नाम देने थे, उन पर चर्चा कर ली है और गेंद हाइकमान के हाथ में है। सीएम से पहले उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री और विक्रमादित्य सिंह भी रजनी पाटिल से मिल चुके हैं, वहीं उन्होंने प्रियंका गांधी से भी मुलाकात की थी। हालांकि प्रियंका गांधी को उन्होंने 23 जून का शिमला आने का आमंत्रण दिया है, मगर इस बहाने वहां प्रदेशाध्यक्ष पद को लेकर भी चर्चा हो चुकी है। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष पद पर किसे बिठाया जाए, इसे लेकर मामला पूरी तरह से गरमा गया है। मुख्यमंत्री सुक्खू गुरुवार दोपहर दिल्ली से वापिस शिमला लौट आए और सीधे एक कार्यक्रम में पहुंचे।

सूत्रों के मुताबिक सुक्खू ने हाइकमान को संगठन के प्रारूप, राज्य अध्यक्ष को लेकर अपनी राय दे दी है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि राज्य अध्यक्ष का ऐलान जल्द हो जाएगा। अब कुछ दिनों में ही इसकी घोषणा हो जाएगी और प्रदेशाध्यक्ष के साथ पूरी कार्यकारिणी का ऐलान कर दिया जाएगा। अध्यक्ष पद की रेस में एक नया नाम जुड़ विनय कुमार का जुड़ गया है। कांग्रेस अनुसूचित जाति वोटरों को साधने के लिए श्री रेणुकाजी विधानसभा क्षेत्र से विधायक एवं विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार के नाम पर भी चर्चा कर रही है। इससे पहले विनोद सुल्तानपुरी का नाम भी चल रहा है और कहीं न कहीं धनी राम शांडिल को लेकर भी बात हुई है। पुख्ता सूत्रों की मानें तो इन पर पार्टी विचार कर रही है। सुल्तानपुरी मुख्यमंत्री की पसंद हैं। वहीं पार्टी ने विनय कुमार को भी दिल्ली बुलाया था, जोकि अभी दिल्ली में हैं। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े से उनकी 14 जून को बैठक प्रस्तावित है। खडग़े अभी कर्नाटक के दौरे पर हैं, जिनके वापस लौटने के बाद ही यह बैठक होगी। विनय कुमार कांग्रेस पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके हैं। वह मौजूदा समय में विधानसभा के उपाध्यक्ष हैं। इससे पहले कसौली विधानसभा क्षेत्र के विधायक विनोद सुल्तानपुरी और भोरंज से विधायक सुरेश कुमार का नाम भी चर्चा में रहा है। पार्टी हाइकमान अनुभव, जमीनी स्तर पर पकड़ व संगठन में किए कार्यों को देख चुके नेता के बारे में सोच रही है।

ऐसे में विनय कुमार भी एक बड़ा विकल्प हैं। कांग्रेस पार्टी का जो भी अध्यक्ष बनेगा, अगला विधानसभा चुनाव उसी के नेतृत्व में होगा, यह तय है। ऐसे में मिशन-2027 को मद्देनजर रखते हुए कांग्रेस अपने अध्यक्ष व कार्यकारिणी का विस्तार करेगा। पार्टी का एक धड़ा चाहता है कि प्रतिभा सिंह के कार्यकाल को अभी बढ़ाया जाए, जबकि एक धड़ा कुलदीप राठौर के पक्ष में भी है। कुछ नामों पर सहमति नहीं बनती है, तो फिर कुलदीप राठौर पर बात आएगी जिन्हें न्यूट्रल माना जाता है और वह हाइकमान में भी पैठ रखते हैं। कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह, अनिरुद्ध सिंह के अलावा विधायक संजय अवस्थी सहित कुछ और नाम अध्यक्ष पद के लिए चले हैं। यहां बताया जा रहा है कि वरिष्ठ नेताओं पर इस बार दांव नहीं खेला जाएगा, बल्कि नए चेहरे को संगठन की कमान दी जा सकती है।

ताजपोशी के बाद प्रदेश कांग्रेस में कई बदलाव संभव

कांग्रेस पार्टी विनय कुमार को अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपती है, तो कई बदलाव होने तय हैं। विनय कुमार विधानसभा उपाध्यक्ष हैं। शिमला संसदीय क्षेत्र से संबंध रखते हैं। शिमला संसदीय क्षेत्र से मंत्री ज्यादा हंै। ऐसे में किसी एक मंत्री को ड्रॉप किया जा सकता है। हालांकि यह तब होगा यदि विनय कुमार को अध्यक्ष बनाया जाता है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस पार्टी के सह प्रभारी विदित चौधरी व चेतन चौहान ने अपनी रिपोर्ट सौंपी है। दोनों ने खुद फील्ड में जाकर कार्यकर्ताओं व आम लोगों से बात की है। इस रिपोर्ट पर मंथन हो रहा है।

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