राजस्व मंत्री ने किया आपदा प्रभावित स्याठी गांव का दौरा, कहा प्रत्येक प्रभावित तक मदद पहुंचाना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता

धर्मपुर : राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास और जन शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी ने शनिवार को धर्मपुर उपमंडल के स्याठी गांव का दौरा किया। उन्होंने प्राकृतिक आपदा से प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे राहत और पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया और प्रभावित लोगों से मिलकर उनका हालचाल जाना।
इसके पश्चात धर्मपुर में आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए राजस्व मंत्री ने कहा कि प्रत्येक प्रभावित व्यक्ति तक राहत पहुंचाना सरकार की पहली प्राथमिकता है। आपदा के बाद मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू स्वयं 24 घंटे के भीतर स्याठी गांव पहुंचे और प्रभावितों को ढाढ बंधाने के साथ ही प्रशासन को राहत एवं पुनर्वास कार्यों के बारे में निर्देशित किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राहत और पुनर्निर्माण के कामों में कोई कोताही न हो और इन्हें तेजी से पूरा किया जाए।
घर बनाने को प्रभावितों को सात लाख रुपये तक की राहत
जगत सिंह नेगी ने कहा कि जिन लोगों के घर पूरी तरह तबाह हो गए हैं, उन्हें 7-7 लाख रुपये की राहत राशि दी जाएगी। यह देश में अब तक किसी राज्य सरकार द्वारा दी गई सबसे बड़ी सहायता राशि है। उन्होंने कहा कि घर बनाने के लिए भूमि की उपलब्धता बड़ी चुनौती है, क्योंकि ज़्यादातर खाली ज़मीन वन भूमि के तहत आती है। इस समस्या को सुलझाने के लिए राज्य विधानसभा से एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र को वन संरक्षण अधिनियम में संशोधन के लिए भेजा गया है। उन्होंने बताया कि जिन परिवारों की आजीविका वन भूमि पर निर्भर है, वे वन अधिकार अधिनियम के तहत जमीन के लिए पात्र हैं।

*खेत और बागीचों के नुकसान का आकलन*

राजस्व मंत्री ने कहा कि आपदा से बर्बाद हुई खेती और बागवानी का राजस्व, कृषि और बागवानी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से मूल्यांकन किया जाएगा। इसके आधार पर प्रभावित किसानों को मुआवज़ा दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 2023 के राहत पैकेज में मुआवज़े की राशि को बढ़ाया गया है।
राजस्व मंत्री ने लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग और राज्य विद्युत बोर्ड द्वारा चलाए जा रहे पुनर्निर्माण कार्यों की जानकारी ली तथा अधिकारियों को इसमें और तेजी लाने के निर्देश दिए। इसके उपरांत राजस्व मंत्री ने अटल आदर्श विद्यालय मढ़ी का भी निरीक्षण किया।
इस मौके पर विधायक चन्द्रशेखर ने अवगत करवाया कि इस आपदा में क्षेत्र के 22 परिवार सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू का आभार जताया, जो आपदा के 24 घंटे के भीतर धर्मपुर पहुंचे थे। प्रदेश सरकार की ओर से राहत एवं पुनर्वास कार्यों के लिए भी उनका आभार जताया। साथ ही उन्होंने हाल ही में हुए स्वास्थ्य मंत्री के दौरे के दौरान धर्मपुर में स्वास्थ्य ढांचे के सुदृढ़ीकरण के लिए उठाए गए कदमों के लिए सरकार का आभार जताया।
एसडीएम धर्मपुर जोगिन्द्र पटियाल ने राहत व पुनर्निर्माण कार्यों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि धर्मपुर में आपदा प्रभावित क्षेत्रों में अभी तक लगभग 3.85 लाख रुपए की सहायता राशि विभिन्न मदों में प्रभावितों को प्रदान की जा चुकी है। क्षेत्र में 26 पूर्णतः क्षतिग्रस्त पक्के घरों व 3 कच्चे घरों को हुए नुकसान की एवज में 2.50 लाख रूपये की सहायता दी जा चुकी है। वहीं आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त 10 पक्के व 18 कच्चे घरों को 70 हज़ार की अग्रिम राहत प्रदान की गई है। इसके अतिरिक्त क्षतिग्रस्त गौशालाओं के लिए 65 हज़ार की अग्रिम राहत प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि धर्मपुर उपमंडल के प्रभावित क्षेत्रों में 29 राशन किट, 16 कंबल, 612 तिरपाल के अतिरिक्त गैस सिलेन्डर सहित अन्य राहत सामग्री का वितरण किया जा चुका है। जल शक्ति विभाग द्वारा अधिकांश पेयजल योजनाएं आंशिक तौर पर बहाल कर ली गई हैं। वहीं कुछ सड़कों की बहाली का कार्य प्रगति पर है।
बैठक में सभी संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

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