लगातार बारिश से बच गए जंगल, मानसून के पूर्वानुमान से प्रदेश के वन विभाग ने ली राहत की सांस

शिमला/कुल्लू | हिमाचल प्रदेश में लोगों को लगातार हो रही बारिश से न केवल गर्मी से राहत मिली है, बल्कि इस बारिश ने जंगलों को भी बचा दिया। इस बार जंगल की करोड़ों रुपए की अमूल्य वन संपदा आग की भेंट चढऩे से बच गई। हर साल इस सीजन में जंगलों में आग लगने की बड़ी घटनाएं पेश आती थीं। जहां इससे करोड़ों की अमूल्य संपदा राख हो जाती थी, वहीं सरकार को भी आगे बुझाने के काम पर बड़ा खर्चा करना पड़ता है। इस महीने की शुरुआत से ही लगातार बारिश हो रही है, जिससे जंगलों में आगजनी की घटनाएं नहीं हुई। वहीं अब मौसम विभाग ने मॉनसून आने का जो पूर्वानुमान दिया है, उससे और अधिक राहत मिली है। इस बार चार दिन पहले यानि इसी मई महीने में बरसात शुरू हो जाएगी और बरसात शुरू होने से यहां जंगल पूरी तरह से बच जाएंगे। अभी तक की बात करें, तो प्रदेश के जंगलों में अप्रैल महीने तक आग लगने की 24 घटनाएं पेश आई हैं।

मई महीने के शुरुआत से ही बारिश का दौर जारी है और इस दौरान एक भी जगह पर ऐसी घटना रिपोर्ट नहीं की गई है। जो 24 मामले सामने आए हैं, उसमें 11 लाख 49 हजार 616 रुपए की जंगल की संपत्ति का नुकसान हो चुका है। वन विभाग ने अगले फायर सीजन के लिए जंगलों में फायर लाइन खींच दी है और इसके साथ कई महत्त्वपूर्ण कदम इस बार उठाने जा रहा है। वन विभाग ने जंगलों को बचाने के लिए वन मित्रों को भी तैयार कर दिया था, मगर माना जा रहा है कि अबकी बार उनकी जरूरत नहीं पड़ेगी। क्योंकि एक बार यहां बरसात शुरू हो गई तो फिर जंगल नहीं जलेंगे। ऐसा केवल तभी होता है जब भयंकर गर्मी पड़ती है। उस दौरान जंगलों में आग लगने के कई कारण बन जाते हैं। ऐसे कारणों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार तैयार थी और वन विभाग ने पूरी तैयार कर रखी थी। अब वन विभाग की जान में जान आ चुकी है और अधिकारी खुश हैं।

Share the news