विधायक ने ठेकेदारों को दो टूक चेता दिया है कि यदि विकास कार्य लटकाए गए तो उन्हें कर दिया जाएगा ब्लैक लिस्ट

धर्मशाला।

नगर निगम धर्मशाला में लंबे समय से लटके विकास कार्यों को लेकर स्थानीय विधायक विशाल नैहरिया ने ठेकेदारों को दो टूक चेता दिया है कि यदि विकास कार्य लटकाए तो उन्हें ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा और भविष्य में उन्हें सूचिबद्ध करने की कोई संभावना नहीं रहेगी। वहीं नगर निगम में स्ट्रीट लाइटस का टेंडर होने के बावजूद लाइटस न लगने पर पार्षदों के रोष पर विधायक ने कहा कि यदि फरवरी माह तक स्ट्रीट लाइटस लगाने का कार्य शुरू नहीं किया गया तो मैं खुद यह 25 करोड़ का टेंडर रद्द करवाउंगा। विधायक ने कहा कि स्ट्रीट लाइटस की सुविधा लोगों को मिलनी चाहिए, लेकिन टेंडर होने के बावजूद कार्य शुरू न होना सहन नहीं किया जाएगा। विधायक विशाल नैहरिया सोमवार को नगर निगम धर्मशाला की मासिक बैठक में शिरकत करने पहुंचे थे। पार्षदों द्वारा लंबित विकास कार्यों का मुद्दा बैठक में उठाए गया। विधायक ने कहा कि जो ठेकेदार कार्य लेने के बाद 6 माह तक काम शुरू नहीं करता, उसे जुर्माना लगाया जाए। ऐसे ठेकेदारों को पहले नोटिस जारी किए जाए और बाद में उन्हें ब्लैक लिस्ट करने और आवंटित कार्य रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की जाए। इस मामले में किसी का भी प्रभाव सहन नहीं किया जाए और न ही विकास कार्यों में लेटलतीफी को बर्दाश्त किया जाएगा।

नगर निगम की बैठक के दौरान डिप्टी मेयर सर्व चंद गलोटिया और पार्षद सुषमा रंधावा ने उनके वार्डों में बगीचों की देखरेखा का मुद्दा उठाया। डिप्टी मेयर का कहना था कि उनके वार्ड में स्थित बगीचा अच्छी आय दे सकता है, लेकिन उसकी देखरेख नहीं हो पा रही। आलम यह है कि अब लोगों ने अपने पशुओं को भी इस बगीचे में छोड़ रहे हैं, जिसकी वजह से बगीचा खराब हो रहा है। इस पर डिप्टी मेयर सर्व चंद गलोटिया ने कहा कि 15 दिन के भीतर बगीचे की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो मैं अपने वार्ड के लोगों के साथ नगर निगम कार्यालय के बाहर धरना दूंगा, क्योंकि लंबे समय से इस बात को निगम के समक्ष रख चुका हूं। इस पर पूर्व मेयर एवं पार्षद देवेंद्र जग्गी ने कहा कि आप लोग ही धरना देंगे तो हम कहां जाएंगे। वहीं मेयर ओंकार नैहरिया ने कहा कि दोनों ही बगीचों में एक-एक चौकीदार रखा जाएगा।
उधर निगम की पार्षद सुषमा रंधावा ने भी अपने वार्ड के बगीचे का मुद्दा उठाया और कहा कि उनके वार्ड में भी बगीचे की देखभाल नहीं हो पा रही है। सर्व चंद गलोटिया का कहना था कि उनके वार्ड के बगीचे को जिस व्यक्ति को लीज पर दिया गया है, वो व्यक्ति लीची की फसल से ही 10 से 12 लाख रुपये की कमाई कर रहा है, ऐसे में या तो निगम खुद इसका रखरखाव करे या फिर इसके बारे में आगामी निर्णय ले।
्नगर निगम के दो बगीचों का उचित रखरखाव न होने पर पार्षदों द्वारा उठाए सवालों पर बैठक में मौजूद विधायक विशाल नैहरिया ने कहा कि जो बगीचों का लीज एग्रीमेंट हुआ है, उसे चेक करें। पहले 10 दिन में लीजधारक से जवाब मांगें, फिर लीगल नोटिस सर्व करें।

नगर निगम की बैठक के दौरान पार्षदों ने निगम अधिकारियों पर कम्यूनिकेशन गैप को बढ़ावा देने तथा विकास कार्यों में पक्षपात करने के आरोप लगाए। पार्षद नीनू शर्मा ने कहा कि कई बार तो निगम अधिकारियों की डिक्टेटरशिप भी सामने आ चुकी है। अधिकारी तो यहां तक कहते हैं कि पार्षदों की कन्सेंट से काम किया तो पेमेंट नहीं होगी। पूर्व मेयर रजनी ब्यास व पार्षद नीनू शर्मा ने कहा कि नगर निगम में विकास कार्यों में समझौता किया जा रहा है। आलम यह है कि 20 लाख के कार्य को 3 से 4 लाख में अलॉट किया जा रहा है, ऐसे में विकास कार्यों की क्वालिटी पर भी सवाल उठना लाजमी है। विकास कार्यों में पारदर्शिता होनी चाहिए।
मेयर, पार्षदों को न करें बाईपास
पूर्व मेयर देवेंद्र जग्गी ने कहा कि विकास कार्यों में हाउस, मेयर और पार्षदों को बाईपास न किया जाए। जब तक व्यवस्थाएं ठीक नहीं होंगी, समस्याएं आएंगी ही। बिना हाउस की स्वीकृति के कार्य न हों, कम्यूनिकेशन गैप दूर होना चाहिए7 अधिकारी मेयर से बात करें, तभी सिस्टम ठीक होगा।

Share the news