

कांगड़ा :प्रदेश के शक्तिपीठों में शुक्रवार श्रावण अष्टमी नवरात्र मेले का आगाज हवन यज्ञ और कंजक पूजन के साथ हुआ। श्रावण अष्टमी नवरात्रों के पहले दिन शुक्रवार को मां के दर्शनों के लिए प्रदेश के शक्तिपीठों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। मां के दर्शनों के लिए मंदिरों में श्रद्धालुओं की लाईनें लगी रही। शुक्रवार को दिनभर प्रदेश के शक्तिपीठों में मईया के जयकारे गुंजते रहे। प्रदेश के पांच शक्तिपीठों में चिंतपूर्णी, ज्वाला जी, नैना देवी, ब्रजेश्वरी देवी, चामुंडा देवी मंदिर में पहल नवरात्रे पर एक लाख 10 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका। श्रावण अष्टमी नवरात्र मेलों के दौरान मंदिरों में मईया की विशेष पूजा अर्चना की जा रही है। नवरात्रों के लिए रंग-विरेंगे सुगंधित फूलों से मईया के मंदिरों को सजाया गया है। इसके अलावा मां के दर्शनों के लिए मंदिर खुलने और बंद करने का भी अलग से समय तय किया गया है। चिंतपूर्णी मंदिर अधिकारी अजय मंडयाल ने बताया कि चिंतपूर्णी मंदिर में श्रावण अष्टमी नवरात्र मेले के पहले दिन 50 हजार श्रद्धालुओं ने शीष नवाया। उन्होंने बताया कि चिंतपूर्णी मंदिर में श्रद्धालुओं के दर्शन करने के लिए बेहतर प्रबंध किए गए हैं। वहीं, नैना देवी मंदिर नवरात्र के पहले दिन सोमवार को 50 हजार श्रद्धालुओं ने मईया के चरणों में शीष नवाया।
नैना देवी मंदिर अधिकारी संजीव प्रभाकर ने बताया कि मंदिर श्रद्धालुओं के लिए बेहतर प्रबंध किए गए हैं। ज्वाला जी मंदिर में पहले नवरात्र को 3500 श्रद्धालुओं ने माथा टेका। मंदिर अधिकार मनोहर लाल शर्मा ने बताया कि श्रावण अष्टमी नवरात्र मेले का आगाज कंजक पूजन के साथ किया गया। उन्होंने बताया कि मंदिर न्यास की ओर से श्रद्धालुओं के दर्शन करने के लिए बेहतर प्रबंध किए गए हैं। इसके अलावा में कांगड़ा स्थित ब्रजेश्वरी देवी मंदिर में नवरात्र मेले के पहले दिन 3500 श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में माथा टेका। इसके अलावा चामुंडा देवी मंदिर में श्रावण अष्टमी नवरात्र मेले के पहले दिन शुक्रवार को तीन हजार श्रद्धालुओं ने मईया के चरणों में शीष नवाया। मंदिर अधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि 25 जुलाई से तीन अगस्त तक श्रावण अष्टमी नवरात्र मेले का आयोजन किया जाएगा। इसमें म ईया की विशेष पूजा अर्चना की जाएगी।



