
#शनिवार को वापस लिए जाएंगे विधानसभा चुनावों का नामांकन*
#खबर अभीअभी सोलन ब्यूरो*
29 अक्टूबर 2022
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए शनिवार को नामांकन वापस लिए जाएंगे। अभी तक चुनाव मैदान में
कुल 516 प्रत्याशी हैं। भाजपा और कांग्रेस के कई नेताओं ने बागी होकर नामांकन पत्र दाखिल कर दिए हैं। शुक्रवार देर रात तक दोनों दलों के नेता बागियों को मनाने में जुटे रहे। शनिवार को सभी प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह भी आवंटित किए जाएंगे। हिमाचल में एक चरण में पूरे प्रदेश में 12 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। 8 दिसंबर को चुनावी नतीजे आएंगे। विधानसभा चुनाव की अधिसूचना 17 अक्तूबर को जारी हुई। चुनाव लड़ने के लिए 25 अक्तूबर तक नामांकन पत्र भरे गए। इनकी छंटनी 27 को हुई, जबकि 29 अक्तूबर को नाम वापसी का अंतिम दिन है। प्रदेश में विधानसभा की 68 में से 17 सीटें अनुसूचित जाति और तीन सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। इस बार के चुनाव में हिमाचल में 55,74,793 कुल मतदाता हैं। इनमें 55,07,261 सामान्य, 67,532 सर्विस वोटर मताधिकार का प्रयोग करेंगे। कुल पुरुष मतदाता 28,46,201, महिला मतदाता 27,28,555 हैं। 18 प्लस उम्र वाले 43,173 मतदाता, दिव्यांग 56,001, थर्ड जेंडर 37 और 80 प्लस वाले 1.22 लाख मतदाता हैं। सौ से अधिक आयु वर्ग के वोटरों की संख्या 1,184 है।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शनिवार को शिमला में कांग्रेस पार्टी पर जुबानी हमला बोला। उन्होंने प्रेसवार्ता में कहा कि कांग्रेस के नेता भ्रष्टाचार में डूबे हैं। भाजपा के पास आठ साल की केंद्र व पांच साल की राज्य की सरकार है। हम विकास करते थे, कांग्रेस विरोध करती थी। भाजपा प्रदेश के सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में विजय संकल्प अभियान चला रही है। कहा कि कांग्रेस और आप भ्रष्टाचार में डूबी है, जबकि भाजपा ने ईमानदारी से विकास कार्य करवाए हैं।

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि किसी भी चुनाव में जब टिकट का आवंटन होता है तो सबकी चुनाव लड़ने की इच्छा होती है लेकिन सबको टिकट नहीं मिल पाता है। कई बार पार्टी में कुछ ऐसे वरिष्ठ नेता होते हैं जो निर्दलीय चुनाव लड़ना चाहते हैं ऐसे लोगों को पार्टी मनाने का प्रयास कर रही है।
हिमाचल विधानसभा चुनावों के लिए आज नामांकन पत्र वापस लिए जाएंगे। ऐसे में बागी होकर चुनाव मैदान में उतरे नेताओं को मनाने के लिए राजनीतिक दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है। शनिवार सुबह भाजपा नेता मंगल पांडे व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप पूर्व विधायक तेजवंत सिंह नेगी को मनाने रिकांगपिओ पहुंचे। पार्टी ने इस बार वन निगम के उपाध्यक्ष सूरत नेगी को उम्मीदवार बनाया है। इसके चलते नाराज तेजवंत सिंह नेगी ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। भाजपा और कांग्रेस के 37 नेताओं ने बागी होकर नामांकन पत्र दाखिल कर दिए हैं।
हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के गगरेट क्षेत्र में विधानसभा चुनाव के मध्य भाजपा व कांग्रेस के कार्यकर्ताओ में हुई मारपीट से माहौल गरमा गया है । जानकारी के अनुसार शुक्रवार देर रात मुबारिकपुर क्षेत्र में झंडे लगाने को लेकर भाजपा व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों ही दलों के कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे के साथ मारपीट कर दी। पहले कांग्रेस के तीन कार्यकर्ताओं से मारपीट हुई। कांग्रेस ने चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया है। उधर, भाजपा ने भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा जल्द कारवाई की मांग की है। भाजपा गगरेट के मंडल अध्यक्ष सतपाल व भाजयुमो अध्यक्ष सन्नी पटियाल की अगुवाई में भाजपा ने गगरेट अस्पताल से लेकर गगरेट बाजार तक रोष प्रदर्शन कर दोषियों के खिलाफ कारवाई की मांग की। गगरेट भाजपा के मंडल अध्यक्ष सतपाल ने बताया कि चुनावी सीजन में इस प्रकार के लड़ाई-झगड़े सहन नहीं किए जाएंगे, जिससे क्षेत्र का माहौल खराब हो।





