सर्दियों में बसों को पहले ही नहीं मिल रहे यात्री, डीजल महंगा होने से नहीं बचेंगे 500 रुपये

#खबर अभी अभी शिमला ब्यूरो*

09 जनवरी 2023

हिमाचल में डीजल के दाम बढ़ने से बस ऑपरेटरों और ट्रांसपोर्टरों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। प्रदेश सरकार की ओर से वैट की दरों में की गई बढ़ोतरी से डीजल के दाम  3 रुपये प्रति लीटर तक बढ़े हैं। शनिवार को शिमला में डीजल 82.92 रुपये प्रति लीटर था, और रविवार को 85.93 रुपये प्रति लीटर हो गया। डीजल के दामों में भारी बढ़ोतरी से शहर के बस ऑपरेटरों, ट्रांसपोर्टरों और टैक्सी ऑपरेटरों में भारी रोष है।

शिमला निजी बस ऑपरेटर यूनियन के महासचिव सुनील चौहान का कहना है कि सर्दियों में बसों को पहले ही यात्री नहीं मिल रहे। पूरे दिन बसें चलाने के बाद शाम को 300 से 500 रुपये कैश बच रहा है। डीजल महंगा होने के बाद अब 500 रुपये भी नहीं बचेंगे। हमें अपनी बसें खड़ी करनी पड़ेंगी। न्यूनतम किराया 7 से घटा कर 5 रुपये करने पर भी बस ऑपरेटरों ने विरोध दर्ज करवाया था।

शिमला-मंडी ट्रांसपोर्ट कंपनी के संचालक पुरुषोत्तम चंद शर्मा ने बताया कि माल ढुलाई की दरें तो बढ़ेंगी नहीं, इसलिए डीजल के रेट बढ़ने का पूरा बोझ ट्रांसपोर्टरों पर ही पड़ेगा। बड़ी गाड़ियों को माल ही कम मिलता है और कूरियर कंपनियों की वजह से भी नुकसान हो रहा है। जय ढींगू माता टैक्सी ऑपरेटर यूनियन के अध्यक्ष राजपाल ने बताया कि कोरोना के कारण टैक्सी कारोबार को हुए नुकसान से अभी उबरे भी नहीं थे कि डीजल की कीमतें बढ़ने से भारी नुकसान होगा।

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