

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार और कांग्रेस पार्टी तिरंगे का अपमान बिल्कुल सहन नहीं करेगी। सीएम सुक्खू सोमवार को शिमला में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी के साथ सराज के थुनाग में किया गया व्यवहार बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। नेगी से चर्चा के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी, एफआईआर दर्ज हो चुकी है। सीएम ने कहा कि राज्यपाल महोदय को हिमाचल पर टिप्पणी शोभा नहीं देती, वह सांविधानिक पद पर बैठे हैं।
सरकार ने नशाखोरी के खिलाफ कड़े कदम उठाए: सुक्खू
कहा कि हमारी सरकार ने नशाखोरी के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। पीआईटी-एनडीपीएस एक्ट लागू किया है। प्रदेश की 3,575 पंचायतों की मैपिंग की जा रही है ताकि धरातल पर नशा कारोबारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जा सके। राज्यपाल ने नशे को लेकर किस संदर्भ में टिप्पणी की है, उनसे मुलाकात कर बात की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि लगातार चार दिन कैबिनेट बैठकें करना व्यवस्था परिवर्तन का जीवंत उदाहरण है। इन बैठकों के जरिये आत्मनिर्भर हिमाचल की नींव को और मजबूत किया जाएगा। यह बैठकें रोजाना महज 2 घंटे चलने वाली नहीं हैं, इनमें विभिन्न एजेंडों पर विस्तृत चर्चा होगी। बैठक में आपदा राहत पैकेज के अलावा आत्मनिर्भर हिमाचल के लिए विभिन्न फैसले लिए जाएंगे।
अच्छा होता भाजपा सांसद 2023, 2024 में भी केंद्रीय मंत्रियों से मिलते: सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सांसद, केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा की अध्यक्षता में दिल्ली में विभिन्न मंत्रियों से मुलाकात कर रहे हैं, अच्छा होता 2023, 2024 में जब पूरा प्रदेश आपदाग्रस्त था उस समय भी मिलते और पीडीएनए की राशि लाते। सुक्खू ने कहा कि हिमाचल सरकार भी नड्डा की अध्यक्षता में केंद्र सरकार से मिलने को तैयार है, लेकिन जिन लोगों की जमीन आपदा में बह गई है, उन्हें बसाने के लिए वन भूमि प्रदान करने के लिए केंद्र से छूट मिलनी चाहिए।



