
खबर अभी अभी ब्यूरो सोलन 09अप्रैल,25
सोलन पुलिस नशे को लेकर चलाए गए अभियान में जहां नशा तस्करों के बड़े नेटवर्क को ध्वस्त कर रही है वहीं उनकी प्रॉपर्टी भी अटैच कर रही है। वहीं अब
जिला सोलन में पहली बार प्रीवेंटिव डिटेंशन यानी निवारक हिरासत की कार्रवाई की गई है जिसका मकसद मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले आदतन अपराधियों को पुनः आपराधिक गतिविधियों में सम्मिलित होने से रोकना है। इसको लेकर सोलन पुलिस की टीम ने अपराधी हितेंद्र कुमार निवासी तहसील अर्की को हिरासत में लेकर 3 महीने के लिए जेल में भेजा है क्योंकि आरोपी मादक पदार्थ की तस्करी का एक आदतन अपराधी है जिसके विरुद्ध मादक पदार्थ अधिनियम के चार मामले दर्ज है। यह आरोपी इन मामलों में कोर्ट से जमानत पर था परंतु फिर भी यह मादक पदार्थों की तस्करी में लगातार सक्रिय था।
एसपी सोलन गौरव सिंह ने बताया कि
जिला सोलन पुलिस ने कुख्यात नशा तस्करों जो बार बार मुकदमे दर्ज होने पर भी जमानत पर बाहर आकर नशा तस्करी में संलिप्त हो रहे हैं, पर नकेल कसते हुए जिला में पहली बार अब प्रिवेंटिव डिटेंशन यानी निवारक हिरासत की कार्यवाही भी की गई है जिसका मकसद मादक पदार्थ तस्करी करने वाले आदतन अपराधियों को पुनः अपराधिक गतिविधियों में संलिप्त होने से रोकना है जिसके लिए जिला पुलिस द्वारा PIT NDPS Act 1988 (Prevention of Illicit Traffic in Narcotic Drugs & Psychotropic Substances) के प्रावधानों के अनुसार ऐसे आरोपियों को निवारक हिरासत में रखने की कार्यवाही की जा रही है।
जिस सन्दर्भ में मादक पदार्थ तस्करी करने वाले ऐसे 11 आदतन अपराधियों को निवारक हिरासत में रखने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजे गए हैं।
एसपी सोलन गौरव सिंह ने कहा कि मादक पदार्थ तस्करी को रोकने के लिए जिला पुलिस द्वारा आदतन अपराधियों की निवारक हिरासत की प्रक्रिया भविष्य में भी जारी रहेगी I
बता दें कि जिला सोलन पुलिस द्वारा नशे के खात्मे के लिए चलाए जा रहे कोम्प्रेहेंसिवे अभियान के अंतर्गत नशा तस्करी के सभी पहलुओं पर सख्त कार्रवाई की जा रही है जिसमे मादक पदार्थों के ख़ात्मे के लिए इनकी सप्लाई साइड और डिमांड साइड दोनों तरफ़ प्रभावी कार्यवाही करते हुए जिला में नशा तस्करी के अंतरराज्यीय गिरोहों को चलाने वाले 125 नशा तस्करों को बाहरी राज्यों से गिरफ्तार करके लाना और इनके 53 अंतरराज्यीय नेटवर्कों को तोड़ना, जिला में पहली बार तस्करों की नशे से अर्जित 5 करोड़ रू से ज़्यादा की संपत्तियां जब्त करना आदि शामिल हैं।






