स्वामी विवेकानंद के जीवन से सीख लें युवा: प्रोफेसर चंदेल

खबर अभी-अभी ब्यूरो सोलन
12 जनवरी,22

डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी ने राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर ‘स्वामी विवेकानंद-आधुनिक युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत’ विषय पर एक विशेष वार्ता आयोजित की जिसमें विश्वविद्यालय के छात्रों ने भाग लिया।



छात्रों को संबोधित करते हुए सीएस तलवार, पूर्व विशेष सचिव (स्वास्थ्य) पंजाब और संस्थापक महासचिव, स्वामी विवेकानंद स्टडी सेंटर ने स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुड़ी कई प्रेरक कहानियां साझा कीं। स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।



उन्होंने कहा कि यह थोड़ा निराशाजनक है कि आज के युवा इस महान भारतीय संत और सामाजिक लीडर जिनकी उपलब्धियों ने वैश्विक मंच पर भारत का नाम विश्व मानचित्र पर रखा और आध्यात्मिकता की धरती के रूप में भारत की छवि को पुनर्जीवित करने में मदद की, के जीवन के बारे में पूरी तरह से अवगत नहीं हैं। सी एस तलवार ने कहा कि विवेकानंद का जीवन मातृभूमि के लिए समर्पित था और वह युवाओं की क्षमता का विकास करने पर अत्यधिक ध्यान केंद्रित करते थे।



इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. राजेश्वर सिंह चंदेल ने कहा कि विवेकानंद राष्ट्रीय गौरव के प्रतीक हैं। उन्होंने सभी की स्वीकृति और स्वयं पर विश्वास करने का संदेश दिया। प्रोफेसर चंदेल ने कहा कि इस वर्ष का राष्ट्रीय युवा दिवस और भी खास है क्योंकि विश्वविद्यालय के 32 बीएससी छात्रों ने एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बैंकॉक में एक महीने के वित्तपोषित अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आज से शुरू किया है। मोटे अनाज के बारे में बात करते हुए प्रोफेसर चंदेल ने कहा कि विश्वविद्यालय साल भर की जाने वाली कई गतिविधियों के रूप में विश्वविद्यालय के भोजन में मिलेट्स को शामिल करने का प्रयास करेगा। उन्होंने छात्रों से स्वामी विवेकानंद के जीवन के बारे में पढ़ने और उस सीख को अपने जीवन में अपनाने का आग्रह किया।



इस अवसर पर मोटे अनाज के महत्व को ‘अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष’ से जोड़ते हुए एक विशेष व्याख्यान भी आयोजित किया गया। चौपाल के प्रगतिशील किसान मनोज शर्मा ने मिलेट्स लगाने के अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने विभिन्न मिलेट्स के लाभों के बारे में बात की और छात्रों को उनके द्वारा उगाई गई विभिन्न फसलों के बारे में भी बताया। मनोज शर्मा ने छात्रों से मिलेट्स के बारे में अधिक जानने और अधिक से अधिक लोगों को मिलेट्स उगाने और अपने भोजन का अभिन्न अंग बनाने के लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह किया।



इससे पहले, औदयानिकी महाविद्यालय के डीन डॉ. मनीष शर्मा ने राष्ट्रीय युवा दिवस और अंतर्राष्ट्रीय इयर ऑफ मिलेट्स के बारे में बताया। डॉ. केके रैना, प्रधान अन्वेषक आईडीपी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस अवसर पर मिलेट्स के अंतरराष्ट्रीय वर्ष के लिए विवि का एक गतिविधि कैलेंडर भी जारी किया गया। इस मौके पर सभी वैधानिक अधिकारी, एचओडी, संकाय और छात्र उपस्थित रहे।

Share the news