
#खबर अभी अभी सोलन ब्यूरो*
15 अक्तूबर 2023

कनाडा के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री एवं पूर्व अटॉर्नी जरनल उज्जल सिंह दोसांझ ने कहा कि भारत में हिंदू राष्ट्र बनाने को लेकर लोगों की आवाज उठाने पर कुछ नहीं कहा जा रहा तो खालिस्तानियों को भी आवाज उठाने का हक है। उन्होंने कहा कि यदि खालिस्तान की आवाज उठाना अपराध है तो हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग उठाना भी। खालिस्तान की आवाज उठाना तब गलत होगा, यदि वह इसके लिए हिंसा करते हैं
दोसांझ ने कहा कि कनाडा के राजनेताओं की सिर्फ एक गलती है कि वह भारत के खिलाफ बोलने पर खालिस्तान समर्थकों को नहीं रोकते। खुशवंत सिंह लिटफेस्ट के दौरान अपने संवाद के बाद विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि भारत को कनाडा का वीजा बंद नहीं करने चाहिए था। उन्होंने कहा कि अक्तूबर से मार्च के बीच भारतीय लोग जो कनाडा में रहते हैं, वह भारत में अपनी जमीन देखने, बच्चों की शादियां करवाने, रिश्तेदारों और दोस्तों से मिलने आते हैं। ऐसे में वीजा बंद करना गलत है।
दोसांझ ने कनाडा के पीएम ट्रूडो का समर्थन करते हुए कहा कि जो बयान उन्होंने दिया था, वह खालिस्तान के समर्थन में नहीं था और न ही यह कहा कि वह खालिस्तान मांगने वालों का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान वाले कह रहे हैं कि नीरजा को भारत ने मारा है। इसके सबूत आम लोगों को नहीं दिखाए जा सकते।
अभी यह जांच का विषय है कि नीरजा को किसने मारा। गुरुद्वारों में बंदूकें लेकर खड़े होना गलतखालिस्तानी समर्थक अमृतपाल पर पूछे गए सवाल में कहा कि उन्हें उसकी एक बात गलत लगी कि वह आम जनता और गुरुद्वारों में बंदूकें लेकर घूमते हैं। कहा कि सिखों का किरपाण रखने का हक है न कि बंदूकें। जबकि वह गुरुद्वारे में भी बंदूकें लेकर घूमते हैं।
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