
हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य के बाल देखभाल संस्थानों में रह रहे 968 बच्चों (चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट) को दीपावली पर्व पर उत्सव भत्ते के रूप में 500-500 रुपये जारी कर दिए हैं। त्योहार से संबंधी सभी तैयारियां समय पर सुनिश्चित करने के लिए यह राशि जारी की गई है। इसके अलावा उन बाल देखभाल संस्थानों को, जिनमें बच्चों के रहने की क्षमता 25 या इससे कम है, उन्हें 5,000 तथा 25 से अधिक की क्षमता वाले बाल देखभाल संस्थानों को 10,000 रुपये प्रदान किए जाते हैं।
इससे पूर्व राज्य सरकार ने दशहरा उत्सव पर भी उत्सव भत्ते के रूप में इन बच्चों और बाल देखभाल संस्थानों को धनराशि जारी की गई थी। सालभर के दौरान मनाए जाने वाले आठ त्योहारों के लिए उत्सव भत्ता जारी किया जाता है। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सरकार के गठन के तुरंत बाद अपने पहले निर्णय में समाज के संवेदनशील आश्रित वर्ग का सहारा बनने का संकल्प लेते हुए मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना की शुरुआत की थी।
प्रदेश सरकार 27 वर्ष तक के अनाथ बच्चों को 4,000 रुपये मासिक जेब खर्च, कोचिंग के लिए एक लाख, तीन बिस्वा भूमि और मकान निर्माण के लिए 3 लाख रुपये, विवाह के लिए दो लाख रुपये का अनुदान और सूक्ष्म व लघु उद्योग लगाने के लिए दो लाख रुपये का अनुदान प्रदान कर रही है।





