
#खबर अभी अभी शिमला ब्यूरो*
10 जनवरी 2023
हिमाचल प्रदेश में मंत्रिमंडल के गठन के बाद अब सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू के सामने विभागों के आवंटन का पेंच फंस गया है। केंद्रीय नेतृत्व का धन्यवाद करने के बहाने नवनियुक्त मंत्री धनी राम शांडिल, अनिरुद्ध सिंह और रोहित ठाकुर भी दिल्ली पहुंच गए हैं। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद अब कुछ मंत्रियों में मनपसंद महकमों को झटकने के लिए रस्साकशी तेज हो गई है। सीएम सुक्खू मंगलवार को शिमला पहुंचेंगे। उसके बाद ही मंत्रियों के विभागों की अधिसूचना जारी हो सकती है।
मंगलवार को सीएम सुक्खू ने पार्टी के प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से सरकार और संगठन के विषयों पर बात की। पोर्टफोलियो आवंटन की प्रक्रिया में उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री को कुछ और महकमे दिए जा सकते हैं।

उनके पास अभी जलशक्ति, परिवहन और भाषा एवं संस्कृति विभाग हैं। मंत्री रोहित ठाकुर को लोक निर्माण, जगत सिंह नेगी को बागवानी, अनिरुद्ध सिंह को ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, हर्षवर्द्धन चौहान को शिक्षा एवं स्वास्थ्य, विक्रमादित्य सिंह को पर्यटन जैसे महकमे देने के बारे में भी चर्चा चल रही है। अन्य विभागों पर भी अभी मंथन चल रहा है।


सीएम सुक्खू खुद राजपूत हैं तो उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ब्राह्मण हैं। उनके अलावा मंत्रियों में जगत सिंह नेगी, हर्षवर्द्धन चौहान, रोहित ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह और विक्रमादित्य सिंह राजपूत हैं। मंत्री धनीराम शांडिल अकेले अनुसूचित जाति से हैं तो चंद्र कुमार ओबीसी से हैं। प्रदेश में राजपूतों के बाद ब्राह्मण और अनुसूचित जाति की जनसंख्या को प्रतिनिधित्व देने के लिए दो ब्राह्मण और अनुसूचित जाति के एक और मंत्री बन सकते हैं।

सुधीर शर्मा, राजेश धर्माणी, संजय रतन और रघुवीर बाली ब्राह्मण विधायकों में मंत्री बनने की रेस में आगे हैं तो यादविंद्र गोमा अनुसूचित जाति से मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व चाह रहे हैं। मंडी से जीते एकमात्र विधायक चंद्रशेखर और सुजानपुर से पूर्व सीएम धूमल के क्षेत्र में कांग्रेस को फिर सीट दिलाने वाले राजेेंद्र राणा भी मंत्री बनना चाह रहे हैं।
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