हिमाचल प्रदेश: मेडिकल कॉलेजों में होगी 200 असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती, कॉलेजों में डॉक्टरों का होगा युक्तिकरण

हिमाचल प्रदेश सरकार 200 असिस्टेंट डॉक्टरों की भर्ती करने जा रही है। इन डॉक्टरों को मेडिकल कॉलेजों में भेजा जाएगा। वहीं मेडिकल कॉलेजों में तैनात मेडिकल ऑफिसर (एमओ) की सेवाएं फील्ड में ली जाएंगी। सरकार ने मेडिकल कॉलेज नेरचौक से इसकी शुरुआत कर दी है। अब अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी मेडिकल ऑफिसरों को फील्ड में भेजा जाएगा। सरकार से स्वास्थ्य विभाग से मेडिकल कॉलेजों में तैनात एमओ की सूची मांग ली है। सरकार ने मेडिकल कॉलेज और स्वास्थ्य सेवाएं निदेशालय के डॉक्टरों का कैडर अलग-अलग किया है। हिमाचल में स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए यह फैसला लिया गया है।

प्रदेश में छह मेडिकल कॉलेज और एक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल है। इन मेडिकल कॉलेजों के विभागों में जहां प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर ज्यादा होंगे, उन्हें उन मेडिकल कॉलेजों में भेजा जाएगा, जहां कमी चल रही है। मरीजों को इलाज के लिए बाहरी राज्यों व अन्य मेडिकल कॉलेजों में उपचार कराने के लिए न जाने पड़े, इसके चलते सरकार ने यह फैसला लिया है। मुख्यमंत्री सुक्खू स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए लगातार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठकें कर रहे हैं। प्रदेश के हर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर तैनात होंगे। मेडिकल कॉलेजों में तैनात एमओ को इन केंद्रों में भेजने का फैसला लिया गया है।

नेरचौक में 15 दिन में भेजे जाएंग मेडिकल कॉलेज कैडर के डाॅक्टर
नेरचौक में 15 दिन के भीतर मेडिकल कॉलेज कैडर के डाॅक्टर भेजे जाएंगे। मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाकार नरेश चौहान ने कहा कि मेडिकल कॉलेज और स्वास्थ्य सेवाएं निदेशालय के डॉक्टरों का कैडर अलग -लग किया गया है। प्रदेश सरकार 200 असिस्टेंट प्रोफेसर की तैनाती करने जा रही है।
पीएचसी में होगा पांच कर्मचारियों का स्टाफ
हिमाचल के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पांच कर्मचारियों का स्टाफ होगा। इनमें एक डाॅक्टर, नर्स, फार्मासिस्ट, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी और सफाई कर्मचारी की तैनाती होगी। लोगों को साधारण बीमारियों का इलाज इन केंद्र में ही मिल जाएगा।

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