

हिमाचल में शुक्रवार देर रात कई क्षेत्रों में बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि हुई है। लाहौल में हल्की बर्फबारी, जबकि शिमला और मनाली में बारिश हुई। कुल्लू में रात को ओले गिरे हैं। कुल्लू की लगघाटी में ओलों ने सेब, प्लम सहित अन्य फलदार पौधों को नुकसान पहुंचाया है। बिलासपुर में भी ओले गिरने से गेहूं और आम की फसल को नुकसान हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने प्रदेश में 20 अप्रैल तक मौसम खराब रहने का पूर्वानुमान जारी किया है। प्रदेश में अधिकतम पारा ऊना में 38.4 डिग्री पहुंच गया है।
लाहौल-स्पीति के लोसर गांव में शुक्रवार रात रुक-रुक कर बर्फबारी का क्रम जारी रहा और कई रिहायशी इलाकों में करीब 10 से 12 सेंमी बर्फ रिकाॅर्ड की गई। बर्फबारी के बाद ग्रांफू-लोसर सड़क मार्ग बहाली में सीमा सड़क संगठन को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हिमपात के कारण घाटी का पारा शून्य से 5 डिग्री नीचे लुढ़क गया है। कुल्लू में भी रात को गरज के साथ बारिश हुई और कई इलाकों में ओले गिरे। बंजार घाटी के कई इलाकों में चार दिन से बिजली गुल है।कुल्लू जिले में ओलावृष्टि और अंधड़ से सेब के बगीचों में फ्लावरिंग और फलों की सेटिंग प्रभावित हुई है।
सारी फाटी की पंचायत बनोगी में ओलावृष्टि और अंधड़ से सेब, प्लम और मटर, टमाटर सहित रबी फसलों को नुकसान हुआ है। ओले गिरने से प्लम, सेब और नाशपाती के पौधों को नुकसान हुआ है। चंबा में शनिवार सुबह भारी बारिश और अंधड़ के कारण 65 ट्रांसफार्मर बंद हो गए। पांगी और भरमौर की ऊपरी चोटियों में 5.08 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई। 40 ट्रांसफार्मरों को बहाल कर दिया है, जबकि 25 ट्रांसफार्मरों की बहाली का कार्य चल रहा है। कांगड़ा जिले में गत बुधवार रात आए अंधड़ के कारण अभी भी कई क्षेत्रों में ट्रांसफार्मर बंद होने से बिजली सुचारु नहीं हो पाई है।



