
खबर अभी अभी ब्यूरो सोलन
22 फरवरी 2023

हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के सिंबलवाड़ा नेशनल पार्क में बाघ (टाइगर) की तस्वीर कैमरा ट्रैप में कैप्चर हो गई है। प्रदेश में पहली बार तस्वीर में बाघ देखा गया है। सिंबलवाड़ा नेशनल पार्क में इसी साल 16 जनवरी को ही बाघ के फुटप्रिंट रिपोर्ट हुए। तब इनकी जांच के लिए विभाग ने उत्तराखंड से वाइल्ड लाइफ बुलाई।
इस टीम के कहने पर प्रदेश के फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के वाइल्ड लाइफ विंग ने बाघ की मौजूदगी का पता लगाने को सिंबलवाड़ा नेशनल पार्क में जगह-जगह 8 कैमरा लगाए। विभाग द्वारा लगाए गए एक कैमरा में तीन रोज पहले ही बाघ की साफ तस्वीर नजर आई है। इसमें बाघ पार्क में टहलता हुआ नजर आ रहा है।
वन विभाग के अधिकारियों की मानें तो बाघ की मूवमेंट सिंबलवाड़ा पार्क और साथ लगते हरियाणा के कालेसर नेशनल पार्क के बीच है। इस पार्क में हिरण, सुअर, बंदर जैसे जानवरों की संख्या भी काफी बढ़ गई है, जिससे बाघ को आसानी से अपना भोजन मिल पा रहा है और वह इस पार्क में टिका हुआ है।
विभाग का दावा है कि बाघ के फुटप्रिंट मिलने के बाद पार्क में काफी जगह लेंटाना ग्रास भी हटा दी गई है, ताकि बाघ को आने-जाने में कठिनाई न हो। झाड़ीनुमा घास की प्रजाति को लेंटना ग्रास बोला जाता है।
अधिकारियों की मानें तो यह बाघ एक से डेढ़ महीने पहले ही राजाजी नेशनल पार्क से आया है। खासकर सिंबलवाड़ा व आसपास के क्षेत्रों में पहले कभी भी बाघ नहीं देखा गया। प्रदेश में बाघ दुर्लभ है। ऐसे में प्रदेश में बाघ की मौजूदगी बायोडायवर्सिटी और ईको टूरिज्म के लिए अच्छा साइन माना जा रही है।
खबर अभी अभी ब्यूरो सोलन





