ड़ी में राजकीय प्रारंभिक पाठशाला रायकोट बोकरा के जेबीटी अध्यापक दिनेश सिंह को विद्यालय के सर्वांगीण विकास के लिए अविस्मरणीय योगदान को लेकर जिला स्तरीय सहयोग के लिए आभार सम्मान स्वास्थ्य मंत्री राजीव सहजल द्वार उन्हें सम्मानित किया

#कुनिहार(सोलन)।
जंहा एक और सारा देश कोविड 19 के संक्रमण से भयभीत था वही देश का भविष्य बनाने वाले शिक्षण संस्थान भी काफी समय तक बंद पड़े थे। स्कूलो द्वारा बच्चो को ऑनलाइन पढ़ाने का काम किया जा रहा है जवकि शिक्षा विभाग ने उन बच्चो के बारे में नही सोचा जिनके पास मोबाइल की सुविधा तक नही है। उसी कड़ी में राजकीय प्रारंभिक पाठशाला रायकोट बोकरा के जेबीटी अध्यापक दिनेश सिंह ने नया अध्याय लिख डाला।अध्यापक दिनेश सिंह ने भी गांव गांव जाकर अपने बच्चो को वर्षा शालिका में शिक्षा दी। उनके इसी जज्बे को देखकर उन्हें जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान सोलन द्वारा विद्यालय के सर्वांगीण विकास के लिए अविस्मरणीय योगदान को लेकर जिला स्तरीय सहयोग के लिए आभार सम्मान स्वास्थ्य मंत्री राजीव सहजल द्वार उन्हें सम्मानित किया गया!
अध्यापक दिनेश सिंह लगभग 22 वर्षो से शिक्षा विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे है।और रायकोट बोकरा स्कूल में पिछले 5 वर्षों से कार्यरत हैं। उनके साथ इस स्कूल में एक अध्यापिका पार्वती देवी कार्यरत है इस स्कूल में 16 बच्चे पढ़ते है परंतु लोकडॉन से सभी स्कूल बंद होने के कारण अध्यापक दिनेश सिंह को उनके भविष्य की चिंता सताने लगी।और उन्होंने लोकडॉन के दौरान जब वाहनों की आवाजाही शुरू हुई तभी से उन्होंने गांव गांव जाकर अपने स्कूल के बच्चो को पढ़ाना शुरू कर दिया था।दिनेश सिंह ने बच्चो के परिजनों को इस संक्रमण के बारे में जागरूक किया साथ मे इन बच्चों को शिक्षा देने के साथ साथ इनका मनोबल भी बढ़ाया दिनेश सिंह बच्चो को कॉपी व पेंसिल,स्लेट व चाक के साथ साथ हर रोज बच्चों को अपनी ओर से कभी बिस्किट तो कभी फल इत्यादि भी वितरित करते रहते थे उन्होंने बताया कि यह सोच उनकी तब बदली जब बच्चों को ऑनलाइन घरों में काम दिया जा रहा था। परंतु कुछ तकरीबन बहुत से बच्चों के पास स्मार्ट फोन नहीं थे तब उन्होंने उनके परिजनों से बात की वे बच्चों को घर के बाहर पढ़ाई करने भेज सकते हैं तो उसके लिए सभी बच्चों के मां बाप ने एतराज नहीं किया ।उसके बाद जब वाहनों की आवाजाही शुरू हुई तभी से वह बच्चों को उनके गांव के नजदीक वर्षा शालिका में मोहम्मद इरफान,साहिल,आसिफ अली,नाजिया, रिद्धिमा,बानोबेगम,साहिल,निशांत,कुणाल,इशांत,मानवी, कार्तिक,मनीष कुमार व भारती आदि बच्चे शिक्षा ग्रहण करते रहे।

वही एसएमसी अध्यक्ष फारुद्दीन का कहना है कि बच्चों को मोबाइल पर जो कार्य दिया जा रहा था परंतु सभी बच्चों के पास मोबाइल न होने कारण वो शिक्षा से वंचित हो रहे थे।परन्तु जो कार्य हमारे अध्यापक दिनेश सिंह कर रहे थे वह बहुत ही सराहनीय कार्य था जिसके लिए हम सभी परिजन दिनेश सिंह का बहुत-बहुत आभार व्यक्त करते हैं। जो कि इस महामारी के चलते भी हमारे बच्चों को कोफरी, टुकाड़ी,लोहारा ,इशवा ,फुगाया, राशि का फेर ,काटल व बोकरा आदि गांव में जाकर बच्चों को पढ़ाई करवाते रहें हैं।

ग्राम पंचायत जाडली के प्रधान रोशन लाल शर्मा ने कहा कि जिस तरीके से यह शिक्षक कार्य कर रहे थे वह बहुत ही अच्छा कार्य है जिससे सभी शिक्षकों को शिक्षा लेनी चाहिए कि लोकडॉन के दौरान भी और करोना महामारी के चलते सभी शिक्षक इस तरह से कार्य करें तो बच्चे जो कल का आने वाला भविष्य है उनका भविष्य सुधर जाएगा।

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