
#खबर अभी अभी सोलन ब्यूरो*
24 अगस्त 2023

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में 122 साल बाद 24 घंटों में बादल फिर झमाझम बरसे। मंगलवार रात 8:00 बजे से बुधवार रात 8:00 बजे तक शहर में 201 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। इससे पूर्व अगस्त 1901 में 24 घंटों के दौरान 227 मिलीमीटर बारिश हुई थी। वर्ष 2019 में 153 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई थी। मंगलवार आधी रात को गर्जन के बीच हुई भारी बारिश ने शहरवासी को डरा दिया। मंगलवार रात करीब 2:00 बजे शहर के सभी क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। इस दौरान कई क्षेत्रों में लोग घरों से बाहर तक आ गए
पेड़ गिरने और भूस्खलन के डर के बीच कई लोगों ने मंगलवार की रात जाग कर काटी। मंगलवार रात 8:00 से बुधवार सुबह 8:00 बजे तक शहर में 132 मिलीमीटर बारिश हुई। बुधवार सुबह 8:00 से रात 8:00 बजे तक 69 मिलीमीटर बारिश हुई। मंगलवार रात को मंडी के कटौला में 210 और बिलासपुर के काहू में 213 मिलीमीटर बारिश हुई। प्रदेश के सभी क्षेत्रों में रातभर बादल झमाझम बरसे।
बुधवार सुबह करीब 10:30 बजे दोबारा से हुई भारी बारिश ने शहरवासियों को फिर डरा दिया। बीते कई वर्षों बाद बरसात से इतना अधिक नुकसान प्रदेश में हुआ है। बुधवार को राजधानी शिमला के अधिकांश मुख्य और संपर्क मार्ग आवाजाही के लिए ठप रहे। लोगों को पैदल सफर कर ही अपने गंतव्यों तक पहुंचना पड़ा। उधर, बुधवार को नाहन में 92, सोलन में 45, मंडी में 42, धौलाकुआं में 48, भुंतर में 28, धर्मशाला में 18 और कांगड़ा में 7 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई।
कहीं फंसें हैं तो 1077 नंबर पर करें संपर्क : डीसी
डीसी आदित्य नेगी ने बुधवार को शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में भारी बारिश से हुए नुकसान का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कनलोग, बीसीएस और अन्य क्षेत्रों में मौके पर जाकर अवरुद्ध मार्गों को खुलवाया तथा राहत कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने बारिश से भूस्खलन का जायजा लेते हुए सड़कों को जल्द बहाल करने के निर्देश दिए। कहा कि आपदा की स्थिति में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के टोल फ्री नंबर 1077 पर संपर्क करें। लोगों से अपील कि भारी बारिश की चेतावनी के चलते वह अति आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर आए। इस अवसर पर एसडीएम (शहरी) भानु गुप्ता, तहसीलदार एचएल गेजटा मौजूद रहे।
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