loहिमाचल के 6 छात्र यूक्रेन से वापस लौट: बीच में छूटी डिग्री पर जान बची, बताया सूरत-ए-हाल
हिमाचल के 6 छात्र यूक्रेन से वापस लौट: बीच में छूटी डिग्री पर जान बची, बताया सूरत-ए-हाल
26Feb2022
By: Khabar Abhi Abhi

शिमला। रूस और यूक्रेन के बीच शुरू हुए युद्ध में कई भारतीयों के यूक्रेन में फंसे होने से उनके परिजन चिंता में हैं। हालांकि सरकार सभी भारतीयों को सकुशल वापस लाने के प्रयास कर रही है। इस बीच खबर है कि हिमाचल के करीब 6 छात्र यूक्रेन से अपने घर सकुशल वापस लौट आए हैं। तो आइए एक-एक जlकर जानते हैं कि ये छात्र किन जिलों के रहने वाले हैं और इन्होंने यूक्रेन में किन समस्याओं का सामना किया:-
करीना को डिग्री से चार महीने पहले छोड़ना पड़ा यूक्रेन
मंडी जिले के जोगिंद्रनगर की करीना यूक्रेन से सुरक्षित अपने घर पहुंच गई हैं। एमबीबीएस की पढ़ाई पर लाखों रुपये खर्च करने के बाद घर पहुंचते ही वह परिजनों से मिलकर फूट-फूट कर रोईं। करीना ने बताया कि उन्हें जून में डिग्री मिल जानी थी। अब भविष्य की चिंता सता रही है कि वह अपनी पढ़ाई कैसे पूरी कर पाएंगी।

धनेटा लौटी ऐश्वर्या ने बताया सूरत-ए-हाल

यूक्रेन से सुरक्षित लौटी नादौन उपमंडल के धनेटा क्षेत्र की ऐश्वर्या नंदा ने बताया कि यूक्रेन में रहते हुए इस बात का जरा भी अहसास नहीं था कि हालात इतने खराब हो जाएंगे और युद्ध शुरू हो जाएगा। कालेज से मात्र 20 किलोमीटर की दूरी पर रूस की सीमा थी। पहले दूतावास से एक निर्देश मिला था कि खुद को सुरक्षित रखें, लेकिन बाद में एकदम से बताया गया कि जितना जल्दी हो यूक्रेन छोड़ दें।

यूक्रेन से अपने घर लौटा आयुष
प्रदेश के सोलन जिले का रहने वाला आयुष यूक्रेन से अपने घर वापिस लौट आया है। वहां के हालात खराब होने के बाद वहां फंसें युवकों का वापिस आना लगा हुआ है। लेकिन अभी हर कोई आयुष की तरह भाग्यशाली नहीं है जो अपने घर वापिस पहुंचा हो।


आयुष ने बताया कि वो खुश है कि उसकी घर वापसी हो गई है। वहां के हालात ठीक नहीं है और अभी भी वहां बहुत से युवक फंसें हुए है। उन्होंने कहा कि आने जाने के अभी भी पैसे लग रहे है जहां पहले मात्र 20 से 30 हजार में आ सकते थे अब 60 से 65 हजार में आना हो रहा है।

10 पहले ही बुक किया टिकट तब लौटीं शिवांगी
सुंदरनगर शहर के पुराना बाजार निवासी शिवांगी दिल्ली पहुंच गई है। शिवांगी के पिता यादविंदर शर्मा ने बताया कि उन्होंने 10 दिन पहले ही अपनी बेटी का वापसी का टिकट बुक करवा दिया था। हालांकि, उन्हें यह टिकट 30 हजार रुपये अदा करने पर मिला, लेकिन इस बात की खुशी है कि बेटी सुरक्षित अपने देश पहुंच गई है।

वैभव भी सही समय पर लौट आए वापस
वहीं जोगिंद्रनगर उपमंडल के मकरीडी निवासी वैभव भी सुरक्षित अपने घर पहुंच गए हैं। वैभव के पिता मनोज कुमार ने भी समय पर अपने बेटे की घर वापसी का टिकट बुक करवा लिया था।


अनिमेष ठाकुर भी सुरक्षित अपने घर पहुंच गए
कोटली उपमंडल के डवाहण गांव निवासी अनिमेष ठाकुर भी सुरक्षित अपने घर पहुंच गए हैं। पिता पदम नाथ ने बताया कि उनका बेटा घर पहुंच गया है और परिजनों ने राहत की सांस ली है।
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