शिक्षा क्षेत्र में पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 6.65%अधिक

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा नया बजट 2025 का स्वागत करती है शिक्षा जगत की बात की जाए तो बजट आवंटन में वृद्धि: शिक्षा क्षेत्र के लिए कुल 1,28,650.05 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, जो पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 6.65% अधिक है। अगले 5 वर्षों में सरकारी स्कूलों में 50,000 अटल टिंकरिंग लैब्स स्थापित की जाएंगी, जिससे छात्रों में नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा मिलेगा। सभी सरकारी माध्यमिक विद्यालयों में इंटरनेट ब्रॉडबैंड की सुविधा प्रदान की जाएगी, जिससे डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा मिलेगा। स्कूल और उच्च शिक्षा में भारतीय भाषाओं की डिजिटल किताबें उपलब्ध कराने के लिए यह योजना शुरू की जाएगी। मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में 10,000 अतिरिक्त सीटें जोड़ी जाएंगी। साथ ही, आईआईटी और आईआईएससी में तकनीक और अनुसंधान के क्षेत्र में कार्य करने के लिए 10,000 फेलोशिप प्रदान की जाएंगी। शिक्षा क्षेत्र के लिए ₹1.48 लाख करोड़ का प्रावधान किया गया है, जिससे शैक्षिक संस्थानों की गुणवत्ता में सुधार और नए कार्यक्रमों की शुरुआत की जा सके। ₹10 लाख तक के शिक्षा ऋण पर सरकारी गारंटी प्रदान की जाएगी, जिससे उच्च शिक्षा प्राप्त करना आसान होगा।

प्रदेश मंत्री नैंसी अटल ने बयान जारी करते हुए कहा कि युवाओं को देखते हुए केंद्रीय बजट 2025 सरकार ने अगले 5 वर्षों में 4.1 करोड़ युवाओं को रोजगार और कौशल विकास के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य रखा है, जिसके लिए ₹2 लाख करोड़ का प्रावधान किया गया है। 1 करोड़ युवाओं को शीर्ष 500 कंपनियों में इंटर्नशिप के अवसर प्रदान किए जाएंगे, जिससे उन्हें उद्योग का व्यावहारिक अनुभव मिल सके। 20 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए 1,000 आईटीआई संस्थानों का उन्नयन किया जाएगा, जिससे वे उद्योग की आवश्यकताओं के अनुसार कौशल प्राप्त कर सकें।

यह बजट कानून सभी कर दाताओं के लिए स्वागत योग्य है। इस बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा किसानों बागवानों, महिलाओं, युवाओं तथा मध्यम वर्ग पर ध्यान देते हुए इस बजट को अधिक लोकलुभावना बनाने का प्रयास किया गया है। एक और इस बजट में सभी कर दाताओं के लिए 12 लाख तक की आय को टैक्स फ्री करना एक बहुत बड़ी खुशखबरी है।

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