
#खबर अभी अभी सोलन ब्यूरो*
10 अप्रैल 2023
बैसाखी सिख धर्म का प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है। इस साल यह पर्व 14 अप्रैल को मनाया जाएगा। हिंदू धर्म में जिस तरह होली व दीपावली का पर्व मनाया जाता है, उसी तरह सिख लोगों के लिए बैसाखी का त्योहार खास होता है। बैसाखी मुख्य रूप से कृषि का पर्व मनाया जाता है।
बैसाखी के दिन सिख समुदाय के लोग गुरुद्वारों में विशेष उत्सव मनाते हैं क्योंकि इस दिन सिख धर्म के 10वें और अंतिम गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी ने 13 अप्रैल सन् 1699 में आनंदपुर साहिब में मुगलों के अत्याचारों से मुकाबला करने के लिए खालसा पंथ की स्थापना की थी। साथ ही गोविंद सिंहजी ने गुरुओं की वंशावली को समाप्त कर दिया था। इसके बाद सिख समुदाय के लोगों ने गुरु ग्रंथ साहिब को ही अपना मार्गदर्शन बनाया। साथ ही इस दिन सिख लोगों ने अपना सरनेम सिंह स्वीकार किया था। यह भी इस दिन को खास बनाने के लिए एक कारण है।
ज्यादा जानकारी देते हुए इंद्र सिंह मेहता ने बताया की सोलन केकोटलानाला में बैसाखी का त्योहार 14 अप्रैल को मनाया जाएगा जिसमे गांव और शहरो के सभी लोग भाग लेते है और कुश्ती का आयोजन भी होता है। उन्होंने कहा की इस मेले में परसाद भी वितरित किया जाता है सभी लोग पहुंचे और मेले को शोभा बढ़ाए।
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