
#खबर अभी अभी सोलन ब्यूरो*
14 अप्रैल 2023
सोलन के क्षेत्रीय अस्पताल में एक्स रे विभाग एक तकनीशियन के सहारे चल रहा है। इसके चलते रोजाना एक्स-रे कक्ष के बाहर मरीजों की कतारें देखने को मिल रही हैं। एक ही कर्मचारी को एक्स-रे से लेकर रिपोर्ट देने तक का कार्य करना पड़ रहा है। ऐसे में कर्मचारी एक बार में पहले 10 एक्स-रे करता है। इसके बाद इन 10 मरीजों को एक्स-रे प्रिंट देता है। इससे मरीज को काफी देर तक रिपोर्ट लेने के लिए इंतजार में खड़े रहते हैं। जिस कारण मरीज के उपचार भी देरी से शुरू हो रही है। यह समस्या अस्पताल में बीते कुछ दिनों से आनी शुरू हुई है। हालांकि अस्पताल में अतिरिक्त तकनीशियन कर्मचारी की तैनाती के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर अवगत करवा दिया है।
क्षेत्रीय अस्पताल के एक्स-रे कक्ष में दो कर्मचारी तैनात थे। लेकिन 31 मार्च को एक्स-रे कक्ष में तैनात कर्मचारी सेवानिवृत्त हो गया। इसके बाद यहां पर एक ही कर्मचारी एक्स-रे कक्ष में रह गया। वहीं दिन में ड्यूटी देने के बाद कर्मचारी को नाइट शिफ्ट में भी बुलाया जा रहा है। इसके चलते कर्मी पर अतिरिक्त कार्य का बोझ भी बढ़ता जा रहा है। अस्पताल में रोजाना 250 से 300 एक्स-रे होते हैं। इनमें सबसे अधिक हड्डी रोग से पीड़ित मरीज हैं। वहीं अब कोरोना के मरीजों के भी एक्स-रे करवाए जा रहे हैं ताकि कोरोना की सही स्थिति के बारे में जाना जा सके।
क्षेत्रीय अस्पताल में पीपीपी मोड पर एक्स-रे मशीन लगी हुई है। लेकिन कंपनी की ओर से कर्मचारियों की तैनाती नहीं की गई है। इस कारण अस्पताल प्रशासन को अपने कर्मी एक्स-रे कक्ष में लगाने पड़े हैं और इन कर्मचारियों का वेतन रोगी कल्याण समिति के जरिये दिया जाता है। कंपनी की ओर से केवल मशीन ही अस्पताल में स्थापित की गई है।
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