
#खबर अभी अभी सोलन ब्यूरो*
1 जून 2023
साल भर में प्रस्तावित लोकसभा चुनाव के लिए हिमाचल प्रदेश में सुगबुगाहट बढ़ गई है। राजनीतिक दलों ने संभावित प्रत्याशियों पर अभी से माथापच्ची शुरू कर दी है। सियासी विशेषज्ञ भी इस संबंध में पहेलियां बूझ रहे हैं कि कौन किस संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी होगा। इन जानकारों के अनुसार भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व तो इस विकल्प पर भी सोच रहा है कि मंडी लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी प्रत्याशी हो सकते हैं। अगर इस सीट को वापस मोदी की झोली में डालना है तो इससे अच्छा प्रयोग नहीं हो सकता है। जयराम के जीतने और दिल्ली में भाजपा के फिर से सत्ता में आने के बाद एक और केंद्रीय मंत्री का भी हिमाचल को तोहफा मिल सकता है
हिमाचल प्रदेश में आगामी लोकसभा चुनाव भाजपा की एक और परीक्षा की तरह होंगे। विधानसभा के बाद नगर निगम शिमला के चुनाव हारने पर अब लोकसभा में अपनी साख बचाए रखना भाजपा के लिए चुनौती होगी। यह उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने चारों सीटों कांगड़ा, मंडी, हमीरपुर और शिमला में जीत हासिल की थी, मगर मंडी लोकसभा सीट से सांसद रहे रामस्वरूप शर्मा की असामयिक मृत्यु के बाद यहा उपचुनाव हुए। उपचुनाव से ठीक पहले हिमाचल कांग्रेस के कद्दावर नेता वीरभद्र सिंह का भी देहांत हो गया। यहां से उनकी पत्नी पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह को कांग्रेस प्रत्याशी बनाया गया तो वीरभद्र सिंह की सहानुभूति लहर में उन्होंने यह सीट जीत ली। तत्कालीन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का गृह संसदीय क्षेत्र होने के बावजूद उनके प्रभुत्व पर वीरभद्र लहर भारी पड़ी।
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