बाहरा विश्वविद्यालय में मनाया गया विश्व फिजियोथेरेपी दिवस

#खबर अभी अभी सोलन ब्यूरो*

8 सितंबर 2023

बाहरा विश्वविद्यालय के फिजियोथेरेपी विभाग द्वारा विश्वविद्यालय में फिजियोथेरेपी दिवस पूरा एक सप्ताह मनाया गया। एक सप्ताह तक चले इसमें पूरा सप्ताह भर अलग अलग कार्यक्रम किए गए जिसमें पोस्टर मेकिंग, जागरूकता अभियान, फ़ैकल्टी चेक अप, एवं अन्य बहुत से कार्यक्रम करवाए गए । फिजियोथेरेपी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर कनिका सिंह ने कहा की शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए या फिर शरीर के दर्द को कम करने के लिए डॉक्टर अक्सर फिजियोथेरेपी करवाने की सलाह देते हैं।

फिजियोथेरेपी करने से कई तरह की शारीरिक समस्याएं दूर होती हैं। फिजियोथेरेपी करने से शरीर की जकड़न दूर होती है। साथ ही, इसे करवाने से कमर, पीठ और पैरों के दर्द में भी आराम मिलता है। कई बार शारीरिक दर्द होने पर डॉक्टर दवाई के बजाय फिजियोथेरेपी करवाने की सलाह देते हैं। यह एक तरह की थेरेपी है, जो मेडिकल साइंस का ही हिस्सा है। यानी स्वस्थ रहने के लिए फिजियोथेरेपी करवाना बहुत जरूरी होती है। ऐसे में लोगों के बीच फिजियोथेरेपी के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल विश्व फिजियोथेरेपी दिवस मनाया जाता है। फिजियोथेरेपी दिवस हर साल 8 सितबंर को मनाया जाता है।

कुलपति बाहरा विश्वविद्यालय डॉक्टर किरण अरोड़ा ने विश्व फिजियोथेरेपी दिवस की सभी को शुभकामनाएं दी और कहा की फिजियोथेरेपी सेहतमंद रहने के लिए बहुत जरूरी होता है। शरीर के अलग-अलग हिस्सों के दर्द से राहत पाने के लिए अक्सर फिजियोथेरेपी करवाई जाती है। इसके साथ ही, फिजियोथेरेपी करवाने से अर्थराइटिस, घुटनों के दर्द, पीठ दर्द, मांसपेशियों में खिंचाव, मसल्स में अकड़न जैसी समस्याएं दूर होती हैं।

इतना ही नहीं, फिजियोथेरेपी करवाने से मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है। इससे तनाव और चिंता दूर होती है। साथ ही इससे व्यक्ति स्वस्थ और अच्छा महसूस करता है।
इस अवसर पर फिजियोथेरेपी विभाग के डॉक्टर बसुडीओ राजभोर, डॉक्टर पल्लवी, डॉक्टर मेघा शर्मा, डॉक्टर सुगंधा, डॉक्टर कुनाल एवं विभाग के सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे़।

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